Bokaro : धनबाद व बोकारो जिले में भोजपुरी और मगही को क्षेत्रीय भाषा की सूची से हटाए जाने के राज्य सरकार के फैसले को पेयजल व स्वच्छता मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने जन भावनाओं के अनुरूप करार दिया है. बोकारो परिसदन में पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि बेवजह किसी मामले को तूल नहीं देना चाहिए. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने जनता की भावना का ख्याल रखते हुए फैसला लिया है. उन्होंने कहा कि जहां भोजपुरी बोली जाती है वहां भोजपुरी भाषा को क्षेत्रीय भाषा की सूची में रखा गया है. धनबाद और बोकारो जिले के किसी गांव में भोजपुरी और मगही नहीं बोली जाती. कुछ लोग बेवजह इस मामले को हवा दे रहे थे, अब उसका जिसका पटाक्षेप हो गया है. हेमंत सरकार के फैसले से जनता खुश है. यह">https://lagatar.in/wp-admin/post.php?post=248636&action=edit">यह
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बोकारो व धनबाद जिले के किसी गांव में नहीं बोली जाती भोजपुरी-मगही- मिथिलेश ठाकुर

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