NewDelhi : अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से फोन पर बात की और यूक्रेन के लिए शांति के संदेश एवं मानवीय समर्थन के वास्ते उनकी सराहना की. मोदी की 23 अगस्त की कीव यात्रा को कूटनीतिक संतुलन बनाने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है, क्योंकि बाइडन प्रशासन ने पिछले महीने उनकी रूस यात्रा की आलोचना की थी और कई पश्चिमी देशों ने इस पर नाराजगी जताई थी.
US President Joe Biden and Indian Prime Minister Narendra Modi discussed the Russia-Ukraine war following Modi’s visit to Ukraine, along with the situation in Bangladesh where protests led to the ousting of former leader Sheikh Hasina earlier this month https://t.co/1o9VpxTyaN
— Reuters (@Reuters) August 27, 2024
यूक्रेन और रूस को युद्ध समाप्त करने के लिए एक साथ बैठना चाहिए
कीव यात्रा के दौरान मोदी ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से कहा था कि यूक्रेन और रूस को युद्ध समाप्त करने के लिए एक साथ बैठना चाहिए और भारत शांति बहाल करने में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए तैयार है. एक्स पर एक पोस्ट में बाइडन ने कहा, मैंने प्रधानमंत्री मोदी की पोलैंड और यूक्रेन की हालिया यात्रा पर चर्चा करने के लिए फोन पर उनसे बात की और यूक्रेन के लिए शांति के संदेश और मानवीय समर्थन को लेकर उनकी सराहना की.
बांग्लादेश के घटनाक्रम के बाद दोनों नेताओं के बीच यह पहली बातचीत थी
उन्होंने कहा, हमने हिंद-प्रशांत में शांति और समृद्धि में योगदान देने के लिए मिलकर काम करने की अपनी प्रतिबद्धता की भी पुष्टि की. मोदी की रूस, पोलैंड और यूक्रेन की यात्रा तथा बांग्लादेश के हालिया घटनाक्रम के बाद दोनों नेताओं के बीच यह पहली बातचीत थी. व्हाइट हाउस ने बताया कि दोनों नेताओं ने मोदी की पोलैंड और यूक्रेन की हालिया यात्रा के साथ-साथ सितंबर में प्रस्तावित संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठकों पर भी चर्चा की.
दशकों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की इन देशों की पहली यात्रा थी
उसने कहा, राष्ट्रपति (बाइडन) ने पोलैंड और यूक्रेन की ऐतिहासिक यात्राओं के लिए प्रधानमंत्री (मोदी) की सराहना की, जो दशकों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की इन देशों की पहली यात्रा थी. बाइडन ने यूक्रेन के ऊर्जा क्षेत्र के लिए सहयोग के अलावा वहां शांति और मानवीय समर्थन के वास्ते उनके संदेश की भी सराहना की.
व्हाइट हाउस के बयान में बांग्लादेश का कोई जिक्र नहीं था
व्हाइट हाउस ने कहा कि बाइडन और मोदी ने संयुक्त राष्ट्र चार्टर पर आधारित अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुसार संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान के लिए अपने निरंतर समर्थन की पुष्टि की. उसने कहा, दोनों नेताओं ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में शांति और समृद्धि में योगदान देने के लिए क्वाड (चतुष्पक्षीय सुरक्षा संवाद) जैसे क्षेत्रीय समूहों सहित अन्य मंचों के जरिये मिलकर काम करने की अपनी निरंतर प्रतिबद्धता पर भी जोर दिया.
व्हाइट हाउस ने मोदी-बाइडन की बातचीत को लेकर जो बयान जारी किया, उसमें बांग्लादेश का कोई जिक्र नहीं था. जबकि, मोदी ने एक्स अपने पोस्ट में कहा था कि बाइडन से बातचीत में बांग्लादेश के हालात पर भी चर्चा हुई.
मोदी ने कहा, उन्होंने और बाइडन ने बांग्लादेश के हालात पर भी चर्चा की
प्रधानमंत्री ने कहा कि बाइडन के साथ बातचीत के दौरान उन्होंने यूक्रेन की स्थिति सहित विभिन्न क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचारों का विस्तृत आदान-प्रदान किया. उन्होंने कहा, मैंने शांति और स्थिरता की शीघ्र बहाली से जुड़े प्रयासों के लिए भारत का पूर्ण समर्थन दोहराया. मोदी ने यह भी कहा कि उन्होंने और बाइडन ने बांग्लादेश के हालात पर भी चर्चा की और वहां सामान्य स्थिति की शीघ्र बहाली और अल्पसंख्यकों, विशेषकर हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर बल दिया.