- छात्र हित में हेमंत सोरेन सरकार का फैसला
- स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने जारी किया निर्देश
- छात्रों की कठिनाइयों को देखते हुए केंद्र सरकार की नयी शिक्षा नीति के उलट लिया गया निर्णय
माध्यमिक परीक्षा -2023 में चार लाख से ज्यादा विद्यार्थी रहे हैं सफल
इस वर्ष जैक की मैट्रिक परीक्षा में चार लाख से ज्यादा परीक्षार्थी सफल रहे हैं. इन विद्यार्थियों को इंटरमीडिएट में नामांकन लेने में समस्या आ रही है. इसी वजह से स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने छात्र हित को ध्यान में रखते हुए अंगीभूत एवं डिग्री संबद्ध महाविद्यालयों में इंटरमीडिएट में विद्यार्थियों का नामांकन और पढ़ाई जारी रखने का फैसला किया है.छात्रों की परेशानियों को देखते हुए लिया गया निर्णय
राज्य में अंगीभूत एवं संबद्ध डिग्री महाविद्यालयों में इंटरमीडिएट शिक्षा को पृथक करने की प्रक्रियाधीन है. इसी वजह से इस वर्ष माध्यमिक परीक्षा में उत्तीर्ण छात्र-छात्राओं उनके अभिभावकों और कतिपय संबद्ध डिग्री महाविद्यालय के बीच इंटरमीडिएट में नामांकन को लेकर भ्रम की स्थिति है. ऐसे में विद्यार्थियों को नामांकन के सिलसिले में परेशानी उठानी पड़ रही है. इससे शैक्षणिक सत्र भी प्रभावित हो सकता है. इसी वजह से सरकार ने अंगीभूत महाविद्यालयों एवं संबद्ध डिग्री महाविद्यालयों में इंटरमीडिएट में नामांकन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है. इसे भी पढ़ें – कोर्ट">https://lagatar.in/court-warrant-case-saryu-said-warrant-was-not-even-received-till-summons/">कोर्टवारंट मामलाः सरयू ने कहा- वारंट तो दूर समन तक नहीं मिला [wpse_comments_template]
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