Shubham Kishore
Ranchi : झारखंड की राजधानी रांची में पिछले वर्ष 27 अक्टूबर से पांच नवंबर तक महिला एशियन हॉकी चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन किया गया था. इस प्रतियोगिता में भारत समेत चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, मलेशिया और थाईलैंड की टीमों ने हिस्सा लिया. आयोजन के वक्त खिलाड़ियों सहित अन्य ऑफिशियल के लिए जिन गाड़ियों का इस्तेमाल किया गया था, उसके बिल का भुगतान किया गया. लेकिन बिल में डीजल की कीमत के साथ पांच प्रतिशत जीएसटी भी लगाया गया है और विभाग ने आंख मूंद कर भुगतान भी कर दिया है. इतना ही नहीं ई-रिक्शा ऑटो में न सिर्फ डीजल भराया गया, बल्कि बिल का भुगतान भी किया है. इसके अलावा खिलाड़ियों व ऑफिशियल्स के लिए जो ग्रैंड भोज का आयोजन किया गया, उसकी बिलिंग पर सवाल उठाये जा रहे हैं. इसमें प्रति प्लेट भोजना, आयोजन पर अन्य खर्च मिलाकर प्रति व्यक्ति लगभग 19 हजार रुपये का खर्च किया गया. यानि डिनर पर एक करोड़ से अधिक का खर्च कर दिया गया.
बीके ट्रेवल्स पर निदेशालय मेहरबान!
आयोजन में जिन गाड़ियों का इस्तेमाल हुआ, उनके नाम खेल हो गया. आयोजन में चार पहिया वाहन बीके ट्रेवल्स ने किराये पर उपलब्ध कराया था. इसके एवज में जो बिल बीके ट्रेवल्स ने निदेशालय में जमा किया, उसमें 27 वाहन में लगे डीजल पर 6,49,504 रुपये का भुगतान लिया गया. जमा बिल पर 5 प्रतिशत की दर से 51,321 जीएसटी भी वसूल लिया है. देश में पेट्रोलियम पदार्थों को जीएसटी के दायरे से बाहर रखा गया है, लेकिन खेल निदेशालय ने बीके ट्रेवल्स पर खास दरियादिली दिखाते हुए डीजल के जीएसटी बिल का भुगतान कर दिया गया.
24 की जगह खेल निदेशक ने किया 27 वाहनों का भुगतान
बीके ट्रेवल्स से 14 इनोवा और 10 स्कॉर्पियो की मांग खेल निदेशक सुशांत गौरव ने रांची डीसी के जरिये की थी. गाड़ियां उपलब्ध कराने के बाद बीके ट्रेवल्स ने खेल निदेशालय को बिल भेजा. बिल भेजे जाने के बाद खेल निदेशक ने डीसी को पत्र (पत्रांक 1047, दिनांक 17 नवंबर 2023) के जरिए 14 इनोवा और 10 स्कॉर्पियो का मूल बिल मिलने की जानकारी देते हुए सभी 24 वाहनों की सूची मांगी. लेकिन बीके ट्रेवल्स ने सूची भेजी, तो उसमें 27 गाड़ियों का नंबर के साथ बिल भेजा गया. इनमें जो तीन अतिरिक्त गाड़ियां दो डिजायर और एक इनोवा का अतिरिक्त बिल जोड़ कर भेज दिया गया और उसका भुगतान भी किया गया.
2655 लीटर डीजल भराया, बिल जमा हुआ 2112.78 लीटर का
बीके ट्रेवल्स के 19 वाहनों में निदेशालय की ओर से 22 अक्टूबर से 5 नवंबर के बीच श्याम सर्विस सेंटर (पेट्रोल पंप) को जारी कूपन के जरिए 2,655 लीटर यानी 2,51,296 रुपये (94.65 प्रति लीटर की दर से) के डीजल भराया गया. खेल निदेशालय की ओर से जारी कूपन द्वारा 2,655 लीटर डीजल लेने के बावजूद जब बीके ट्रेवल्स ने बिल जमा किया, तो उसमें से मात्र 2112.78 लीटर डीजल यानि 1,99,975 रुपये का ही बिल डीजल के एवज में जमा किया.
जेएच 24 डी 0021 – 165 लीटर
जेएच10 एक्स 6156 – 235 लीटर
जेएच1 सीक्यू 4444-215 लीटर
जेएच 09 ई 0999 – 235 लीटर
जेएच10 बीजेड 8141 – 215 लीटर
जेएच01एए 2799- 235 लीटर
जेएच01एके 0786-135 लीटर
जेएच01डीएम 4267 – 30 लीटर
जेएच09एजी 6911 – 135 लीटर
जेएच01सीएल 5661-185 लीटर
जेएच02 वी 4444 – 50 लीटर
जेएच 01सीजे 0110-185 लीटर
जेएच01 सीजे 0777-185 लीटर
जेएच01सीएन 7114 – 135 लीटर
जेएच01बीएल 2055 – 25 लीटर
जेएच01सीएच1840 – 25 लीटर
जेएच01बेजी 7532-185 लीटर
जेएच01सीएन 4387 – 40 लीटर
जेएच01ईई 2249 – 40 लीटर
ई-रिक्शा में भरवा दिया डीजल
बीके ट्रेवल्स के जमा किए गए बिल के अनुसार, दो डिजायर वाहन भी प्रतियोगिता के दौरान उपयोग में लाए गए थे. उनमें से एक डिजायर (नंबर जेएस 01ईई 2249) पेट्रोल से चलती थी, लेकिन डिजायर पेट्रोल कार (जेएच 01ईई 2249) में 40 लीटर डीजल भरवाने का 3,786 रुपये का भुगतान किया गया. यही नहीं “टारगेट” पूरा करनेवाले अधिकारियों का “खौफ” ऐसा था कि 29 अक्टूबर को बिल संख्या 2049 के जरिए महिंद्रा ट्रियो यारी ई-रिक्शा नंबर जेएच 01ईएकस 2455 में भी 25 लीटर डीजल भरवा कर 2366.23 रुपये का भुगतान कर दिया.
3 नवंबर 2023 की रात्रि भोज में 1.03 करोड़ खर्च
चैंपियनशिप के दौरान अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ियों के लिए तीन नवंबर को खेल निदेशालय ने रात्रि भोज (गाला डिनर) का आयोजन किया. डोरंडा जैप-1 में आयोजित पार्टी में 550 वीवीआईपी और वीआईपी शामिल हुए. इस आयोजन में भोजन पर 20.10 लाख रुपये खर्च किये गये, जबकि उसकी व्यवस्था पर 83,78,588 रुपये खर्च किये गये. तीन नवंबर को आयोजित रात्रि भोज में खेल निदेशालय ने 1,03,89,338 रुपये (प्रति व्यक्ति 18,890 रुपये) खर्च कर दिये. रात्रि भोज में तत्कालीन मुख्यमंत्री, कई मंत्री, वरीय अधिकारी, हॉकी इंडिया/हॉकी झारखंड वे पदाधिकारी, भारतीय पुरुष हॉकी टीम के सदस्यों के अलावा 600 सुरक्षाकर्मी व ड्राइवर भी मौजूद थे. 550 वीवीआईपी/वीआईपी के भोजन मद में 2500 रुपये प्रति प्लेट (कुल 13,75,000) थी. जबकि ड्राइवर-सुरक्षाकर्मी के लिए खुखरी गेस्टहाउस में अलग से भोजन की व्यवस्था थी. 600 सुरक्षाकर्मियों व ड्राइवर के भोजन मद में 900 रुपये प्रति प्लेट (कुल 5,40,000 रुपये) खर्च किये गये.
हॉकी इंडिया के प्रपोजल में गाला डिनर का जिक्र नहीं
आयोजन के संबंध में हॉकी इंडिया ने 29 मार्च 2023 को झारखंड सरकार को पत्र लिखा था. हॉकी इंडिया की सीइओ एलेना नॉर्मन के हस्ताक्षर से जारी पत्र में रात्रि भोज (गाला डिनर) का जिक्र नहीं था. पत्र में हॉकी इंडिया ने झारखंड सरकार से वेन्यू के अलावा खिलाड़ियों और मेहमानों के लिए बस, कार, टेंपो ट्रैवलर, स्टेट गेस्ट हाउस में कमरे उपलब्ध कराने, प्रेस-मीडिया के अलावा वीआईपी मेहमानों के लिए केटरिंग समेत अन्य सुविधाओं की मांग की थी.
ऐसे खर्च की गई राशि (रुपये में)
टेंट/डेकोरेशन : 59,00,000 (दून डेकोरेटर्स)
भोजन : 20,10,750 (कावेरी)
साउंड/लाइट : 9,68,000 (दून डेकोरेटर्स)
सांस्कृतिक कार्यक्रम : 7,00,000 (सात लाख लगभग) (सांस्कृतिक निदेशालय)
8 वॉल्वो बस का भाड़ा : 3,58, 720 (अजमानी इंफ्रास्ट्रक्चर)
मोमेंटोज/गिफ्ट हैंपर : 1,93,623 (झारक्राफ्ट)
विभिन्न गाड़ियों में डीजल : 85,658 (श्याम सर्विस सेंटर)
ब्रांडिंग : 75,920 (लालू जी एंड संस)
15 इनोवा 2 डिजायर का किराया: 54,600 (बीके ट्रेवल्स)
दो ट्रैवलर का भाड़ा : 31,860 (आजमानी इंफ्रास्ट्रक्चर)
फोटोग्राफी : 10,207 (सीमा स्टूडियो)
कुल खर्च : 1,03,89,338 रु मात्र
निदेशक की सफाई- 19 हजार नहीं, 2500 रुपये प्लेट का खाना खिलाया
खेल निदेशक सुशांत गौरव ने कहा कि जो भी आरोप लग रहे हैं, निराधार हैं. सभी काम नियम संगत हुए हैं. ई रिक्शा में डीजल भराने का मामला थोड़ा गलत लग रहा है. इस दिशा में जांच के बाद कार्रवाई होगी. पूरे मामले में किसी भी तरह की अनियमितता बरतने की इजाजत नहीं दी जा सकती है. 19 हजार रुपये का नहीं, बल्कि 2500 रुपये प्लेट का खाना ही मेहमानों और खिलाड़ियों को परोसा गया है. फिर भी मामले की जांच करा कर कार्रवाई की जाएगी.
खेल मंत्री हफीजुल अंसारी ने दिया जांच का आदेश
खेल मंत्री हफीजुल अंसारी ने कहा कि महिला एशियन हॉकी चैंपियंस ट्रॉफी में अनियमितता का मामला संज्ञान में आया है. खेल निदेशक को मामले की जांच कराने का आदेश दे दिया गया है. बजाप्ता मामले की जांच के लिए खेल निदेशक ने समिति का गठन भी कर दिया है. जांच के बाद जो भी दोषी पाये जाएंगे, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.