alt="" width="960" height="1280" /> महिला के पेट निकला टॉवल[/caption] इसे भी पढ़ें- जमशेदपुर">https://lagatar.in/jamshedpur-cyber-%e2%80%8b%e2%80%8bmiscreants-duped-two-people-of-parsudih-and-moon-city-worth-63-thousand/">जमशेदपुर
: साइबर बदमाशों ने परसूडीह व मून सिटी के दो लोगों को लगाया 63 हजार का चूना परिजन ने कहा कि रिम्स के गायनी विभाग की चिकित्सक ने बिना समझे सर्जरी विभाग में ही मरीज को रेफर कर दिया. सर्जरी विभाग के चिकित्सक एक महीने तक एंटीबायोटिक दवाई देते रहे, लेकिन स्थिति में सुधार नहीं हुआ. जबकि तीन बार सर्जरी विभाग में चक्कर लगाने के बाद भी रिम्स में इलाज नहीं हो पाया.
एक विभाग से दूसरे विभाग तक मरीज लगाती रही चक्कर
सीमा प्रवीण रिम्स के गायनी विभाग और सर्जरी विभाग के बीच चक्कर लगाती रही, लेकिन जख्म की समस्या बढ़ती ही जा रही थी. थके हारे परिजनों ने निजी अस्पताल का रुख किया. जहां महिला के पेट की दोबारा सर्जरी कर टॉवल को 24 दिन के बाद बाहर निकाला जा सका. इसे भी पढ़ें- चाईबासा:">https://lagatar.in/chaibasa-the-organizations-of-the-society-rejected-the-kolhan-government-estate-saying-nothing-to-do-with-it/">चाईबासा:कोल्हान गवर्नमेंट इस्टेट को हो समाज के संगठनों ने किया खारिज, कहा-इससे कोई लेनादेना नहीं [wpse_comments_template]

Leave a Comment