Lagatar desk : फिल्म ‘उदयपुर फाइल्स’ को लेकर सुप्रीम कोर्ट से फिल्म निर्माताओं को बड़ी राहत मिली है. सुप्रीम कोर्ट ने फिल्म की रिलीज़ पर रोक लगाने की मांग वाली याचिका पर सुनवाई से इनकार कर दिया है. यह याचिका चर्चित कन्हैयालाल हत्याकांड के आरोपी मोहम्मद जावेद द्वारा दायर की गई थी.
Varanasi, Uttar Pradesh: The film "Udaipur Files", scheduled to release on July 11, 2025, the first day of Sawan, has sparked controversy. Women petitioners and lawyers involved in the Gyanvapi case have demanded that the film be made tax-free and that security be increased in… pic.twitter.com/JlOMeMy1vd
— IANS (@ians_india) July 9, 2025
सुप्रीम कोर्ट की स्पष्ट टिप्पणी फिल्म को रिलीज़ होने दीजिए
मामले की सुनवाई के दौरान फिल्म की ओर से पेश वकील ने कोर्ट को बताया कि ‘उदयपुर फाइल्स’ शुक्रवार को सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली है. याचिकाकर्ता की ओर से यह आशंका जताई गई कि फिल्म की रिलीज से ट्रायल प्रभावित हो सकता है.इस पर सुप्रीम कोर्ट की पीठ ने साफ तौर पर कहा, “फिल्म को रिलीज़ होने दीजिए और यदि कोई आपत्ति है तो संबंधित अदालत में उठाइए.फिल्म के ट्रेलर रिलीज के बाद जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने भी इस पर आपत्ति जताई है. संगठन ने दिल्ली, महाराष्ट्र और गुजरात हाईकोर्ट में याचिकाएं दाखिल कर फिल्म की रिलीज़ पर रोक लगाने और सेंसर बोर्ड द्वारा जारी प्रमाणपत्र को रद्द करने की मांग की है.
क्यों विवादों में है 'उदयपुर फाइल्स'
‘उदयपुर फाइल्स’ फिल्म वर्ष 2022 में राजस्थान के उदयपुर में दर्जी कन्हैयालाल की हत्या की सच्ची घटना पर आधारित है. ट्रेलर में नूपुर शर्मा के बयान, ज्ञानवापी विवाद, और मुस्लिम समुदाय से जुड़े कुछ संवेदनशील दृश्य दिखाए गए हैं, जिन पर कई संगठनों ने आपत्ति जताई है.जमीयत उलेमा-ए-हिंद का आरोप है कि फिल्म सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने वाली है और इससे समाज में नफरत फैल सकती है. वहीं फिल्म निर्माता इसे सच्चाई पर आधारित बताते हुए अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का हिस्सा मान रहे हैं.