Ranchi: राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना में बड़ा घोटाला सामने आया है. बरहेट में महिला पर्यवेक्षिका मुनू पंडा ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए योजना के लाभुकों के बजाय अपने पति और सास के खाते में राशि जमा करवा ली.
3500 आवेदन का भौतिक सत्यापन और हस्ताक्षर
मुनू पंडा ने 3500 आवेदन का भौतिक सत्यापन और हस्ताक्षर किया था, जिसे उन्होंने बाल विकास परियोजना पदाधिकारी के पद पर रहते हुए अनुशंसा जिला समाज कल्याण पदाधिकारी को की थी. इस दौरान उन्होंने खाता संख्या बदलकर अपने हस्ताक्षर से उसे सत्यापित कर दिया, जिससे वे शक नहीं कर पाए.
बीडीओ सोमनाथ बनर्जी पर भी आरोप
इस मामले में बीडीओ सोमनाथ बनर्जी पर भी आरोप लगे हैं. उन्होंने अपने जवाब में कहा कि काम की व्यस्तता और अतिरिक्त प्रभार के कारण वे लाभुकों की सूची की पूरी तरह से जांच नहीं कर पाए. कार्मिक विभाग ने उनके जवाब की समीक्षा करने के बाद भविष्य में सचेत रहने की चेतावनी दी है.
सरकार की कार्रवाई
सरकार ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई की है. महिला पर्यवेक्षिका मुनू पंडा पर संबंधित विभाग से कार्रवाई की जा रही है, जबकि बीडीओ सोमनाथ बनर्जी को सचेत रहने की चेतावनी दी गई है. इससे पहले बीडीओ ने स्थानीय थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई और राशि की वसूली करवाई थी.
क्या है सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना
सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना झारखंड सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है, जिसका उद्देश्य कक्षा 8वीं से 12वीं तक की किशोरियों को आर्थिक सहायता प्रदान करना है. इस योजना के तहत किशोरियों को उनकी शैक्षणिक स्थिति के अनुसार आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है.