Patna : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंगलवार की सुबह 9:30 बजे अचानक विकास भवन व विश्वेश्वरैया भवन में औचक निरीक्षण करने पहुंच गये. कई मंत्री व अधिकारी सीट पर नहीं मिले तो नाराजगी जतायी. कई अफसरों की क्लास भी ली. शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर अपने ऑफिस में नहीं मिले, तो फोन पर जानकारी ली. सीएम शिक्षा मंत्री चन्द्रशेखर, गन्ना उद्योग मंत्री आलोक कुमार मेहता, उद्योग मंत्री समीर कुमार महासेठ, परिवहन मंत्री शीला कुमारी, कृषि मंत्री कुमार सर्वजीत के कार्यालय पहुंचे, लेकिन वे सभी मंत्री अपने कार्यालय कक्ष में उपस्थित नहीं थे. मद्यनिषेध, उत्पाद एवं निबंधन मंत्री सुनील कुमार अपने कार्यालय कक्ष में उपस्थित थे. भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी अपने कार्यालय में उपस्थित नहीं थे. लेकिन जब मुख्यमंत्री उनके कक्ष में खड़े थे, तो उसी समय भवन निर्माण मंत्री अपने कार्यालय पहुंचे और देर से पहुंचने की सफाई दी.
मेरी हर ओर नजर है, सबको समय पर आना होगा
सीएम के औचक निरीक्षण ने हड़कंप मच गया. किसी को उम्मीद नहीं थी कि सीएम किसी एक दिन में इतने मंत्रियों और भारतीय प्रशासनिक सेवा के अफसरों की हाजिरी देखने पहुंच जाएंगे. वह एक झटके में मंत्री से लेकर विभागीय प्रमुख के चैंबर में पहुंचने लगे. इस औचक निरीक्षण में जो मंत्री या अफसर जगह पर थे, वे सीएम को सामने पाकर हाथ जोड़े खड़े नजर आए. जो अफसर-मंत्री नहीं थे, खबर पाकर परेशान हो गए. नीतीश कुमार ने कहा कि सुबह 9 बजकर 30 मिनट में सभी लोगों को आ जाना चाहिए था. मेरी हर ओर नजर है. जो नहीं आ रहे हैं, उन्हें आने के लिए बोल रहे हैं. सीएम नीतीश कुमार सबसे पहले विकास भवन पहुंचे. उन्होंने विकास भवन में आधे घंटे तक साफ सफाई की सुविधाओं और अफसर की उपस्थिति का जायजा लिया. इसकी सूचना मिलने के बाद आनन फानन में मंत्री और अफसर भी अपने ऑफिस पहुंचने लगे. सीएम अपर मुख्य सचिव के चैंबर तक ही नहीं, बल्कि निदेशक के चैंबर तक पहुंचे. वे हर तरफ साफ- सफाई का भी जायजा ले रहे थे.
फोन किया तो दौड़े-दौड़े आये शिक्षा मंत्री
सीएम के निरीक्षण के दौरान शिक्षा मंत्री भी अपने कार्यालय में नहीं थे. इस पर सीएम नीतीश कुमार ने शिक्षा मंत्री को फोन लगाकर समय पर कार्यालय नहीं आने का कारण पूछा? इसके तुरंत बाद शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर दौड़ते- दौड़ते विकास भवन पहुंचे. मुख्यमंत्री 10:00 बजे विकास भवन से निकलकर विश्वेश्वरैया भवन पहुंच गए. यहां पर भवन निर्माण मंत्री भी नहीं थे. वहां भी निरीक्षण किया. सूत्रों का कहना है कि ऑफिस समय पर नहीं आने पर नीतीश कुमार ने तीन अफसरों की क्लास भी लगायी है.
कर्मचारियों में मचा हड़कंप
इन दिनों मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पूरी तरह एक्टिव नजर आ रहे हैं. कभी सचिवालय तो कभी जदयू कार्यालय का औचक निरीक्षण कर सबको चौंका रहे हैं. बैक टू बैक कई विभाग पहुंचे तो कर्मचारी, अधिकारी और मंत्रियों में हड़कंप मच गया. कुछ अधिकारी और मंत्री दफ्तर में मिले तो कुछ गायब भी दिखे. बता दें कि 2013 के बाद 20 सितंबर से नीतीश कुमार सरकारी विभाग के कार्यालय का निरीक्षण कर रहे हैं. नीतीश कुमार पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि वह सप्ताह में तीन दिन सरकारी विभाग के कार्यालयों का निरीक्षण करेंगे.
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