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बिहार : सुपौल में एक ही परिवार के पांच सदस्यों ने की आत्महत्या, पति-पत्नी और बच्चों के शव फंदे पर झूलते मिले

Patna : बिहार के सुपौल जिले से एक दर्दनाक खबर आयी है.  वहां  की राघोपुर पंचायत में एक ही परिवार के पांच लोगों के शव फांसी के फंदे से झूलते हुए मिले हैं. माता, पिता सहित तीन बच्चों की एक साथ अत्महत्या से इलाके के लोग सकते में है. आशंका जताई जा रही है कि आर्थिक तंगी से परेशान परिवार ने आत्महत्या की है. इस खबर के बाद मौके पर आसपास के ग्रामीणों की भीड़ जुट गयी.  पुलिस के अनुसार इस मामले में हर एंगल से जांच की जा रही है. इसे भी पढ़ें : एडीआर">https://lagatar.in/adr-report-bjp-is-the-first-choice-of-defectors-45-mlas-who-changed-party-in-2016-2020-went-to-bjp/36955/">एडीआर

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पांचों शव रस्सी के फंदे से लटक रहे थे

जानकारी के अनुसार राघोपुर पंचायत के गद्दी वार्ड 12 के मिश्री लाल साह (50) के घर से दुर्गंध  आने पर ग्रामीणों ने इनकी सूचना मुखिया मो तस्लीम को दी.  मुखिया सहित अन्य लोग घर के बाहर दरवाजे पर लगा ताल तोड़कर अंदर घुसे. घर का एक कमरा भीतर से बंद था. लोगों ने खिड़की से देखा तो पांच लोगों के  शव रस्सी के फंदे से लटक रहे थे. मृतकों में मिश्री लाल साह उनकी पत्नी रेणु देवी, उनकी दो नाबालिग बेटियां और एक बेटा शामिल है. इसके बाद मामले की जानकारी पुलिस को दी गयी.   एसपी मनोज कुमार, प्रशिक्षु डीएसपी सह थानाध्यक्ष सुशांत कुमार चंचल सहित डीएसपी रामानंद कौशल घटनास्थल पर पहुंचे और वहां का जायजा लिया. पुलिस प्रथमदृष्टया इसे सामूहिक आत्महत्या का मामला मान रही है.  फोरेंसिंक टीम भी घटनास्थल पर पहुंचने वाली है.  पुलिस के अनुसार घटना खुदकुशी है या कुछ और, यह जांच और फोरेंसिक रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है. इसे भी पढ़ें :  बंगाल">https://lagatar.in/rpn-singh-rameshwar-oraon-alamgir-alam-in-congress-list-of-star-campaigners-in-bengal-elections/36898/">बंगाल

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आर्थिक तंगी से गुजर रहा था परिवार

जानकारी के अनुसार परिवार आर्थिक तंगी से गुजर रहा था. ग्रामीणों ने बताया कि पिछले शनिवार तक इस परिवार के लोगों को देखा गया था, लेकिन उसके बाद से घर के कोई सदस्य नजर नहीं आया.  स्थानीय लोगों ने बताया कि आर्थिक तंगी की वजह से गुजर बसर करने के लिए मिश्रीलाल साह ने अपनी पुश्तैनी जमीन बेच दी थी. दो साल से आर्थिक तंगी से गुजर रहा यह परिवार कोयला बेचकर गुजारा कर रहा था.  कुछ दिनों से परिवार ग्रामीणों से अलग-थलग रहने लगा था. इसे भी पढ़ें : बिहार">https://lagatar.in/on-the-lines-of-bihar-jharkhand-policemen-received-13-months-salary-and-compensation-demands-for-leave/36889/">बिहार

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