शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ के तेवर सख्त, नया डिजिटल सिस्टम लागू करने की योजना
Patna : बिहार के शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए कड़े कदम उठा रहे हैं. अब विभाग ने स्कूलों में छात्रों की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए एक नया डिजिटल सिस्टम लागू करने की योजना बनायी है. ताकि शिक्षा विभाग स्कूलों में छात्रों की उपस्थिति पर नजर रख सके और शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए आवश्यक कदम उठाया जा सके. इस नया डिजिटल सिस्टम के तहत शिक्षकों को टैबलेट पर बच्चों का अटेंडेंस बनाना होगा. इतना ही नहीं कक्षा में उपस्थित सभी बच्चों की तस्वीर भी अपलोड करनी होगी. इसके बाद एक सॉफ्टवेयर अपलोड की गयी तस्वीर और टैबलेट में बनाये गये अटेंडेंस को मैच करेगा. जिससे यह सुनिश्चित हो जायेगा कि कक्षा में जितने बच्चे उपस्थित थे, उतनी ही हाजिरी बनायी गयी है या उसमें किसी तरह का छेड़छाड़ किया गया है. अगर कोई शिक्षक किसी तरह की हेरफेर और फर्जीवाड़ा करने की कोशिश करेगा तो सॉफ्टवेयर तुरंत पता लगा लेगा.
अटेंडेंस में फर्जीवाड़ा और स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति में होगा सुधार
डॉ. एस सिद्धार्थ के इस पहल से बिहार में शिक्षा की गुणवत्ता से किसी तरह का खिलवाड़ और अटेंडेंस में फर्जीवाड़ा नहीं होगा. इतना ही नहीं इस सिस्टम के लागू होने से स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति में भी सुधार होगा. लगतार न्यूज पोर्टल को पता चला है कि डिजिटल सिस्टम को लागू करने को लेकर जनवरी 2025 से राज्यभर के सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाएगा. वहीं मार्च तक डिजिटल सिस्टम को पूरी तरह से लागू कर दिया जायेगा. बता दें कि बिहार के कई स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति कम होती है. इसके बावजूद शिक्षक अटेंडेंस में बच्चों की उपस्थिति ज्यादा दिखाते हैं. लेकिन इस नये डिजिटल सिस्टम के लागू होने के बाद इस पर रोक लगेगी.