Patna : विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा ने मंगलवार को कहा – मैं इस्तीफा नहीं दूंगा. उन्होंने कहा कि विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव नियम के विरुद्ध है. यह मेरे नहीं बल्कि आसन के प्रति अविश्वास है. कुछ निराधार और दुर्भाग्यपूर्ण आरोप भी लगाए गए हैं. अध्यक्ष के रूप में अविश्वास प्रस्ताव का प्रतिकार करते हुए इस्तीफा नहीं दूंगा. सदन में बुधवार को बिना भय अपनी बात रखूंगा.
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अध्यक्ष के खिलाफ नो कंफिडेंस मोशन नोटिस दे चुका है सत्तापक्ष
नई सरकार को विश्वास मत हासिल करने के लिए 24 अगस्त को विधानसभा की बैठक सुबह 11 बजे से बुलाई गई है. इस एक दिवसीय सत्र की कार्ययोजना मौजूदा अध्यक्ष को ही बनानी है. विधानसभा में दो ही कार्य किये जाने हैं. पहला सरकार का बहुमत हासिल करना और दूसरा अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान. सत्तापक्ष चूंकि अध्यक्ष के खिलाफ नो कंफिडेंस मोशन नोटिस दे चुका है, इसलिए वह सभा का संचालन अध्यक्ष की जगह उपाध्यक्ष महेश्वर हजारी से कराना चाहेगा. पर इसे दूसरे नंबर पर लिए जाने की स्थिति में सरकार के विश्वास मत हासिल करने की प्रक्रिया का संचालन विजय सिन्हा ही करेंगे (यदि इसके पूर्व उन्होंने इस्तीफा नहीं किया तो).
राज्यपाल के तय करना है अध्यक्ष के निर्वाचन की तिथि
बता दें कि बिहार विधानसभा के कार्य संचालन नियमावली में अध्यक्ष को हटाने या नये अध्यक्ष के निर्वाचन की प्रक्रिया निर्धारित है. खास बात यह है कि बिहार के राज्यपाल द्वारा अध्यक्ष के निर्वाचन की तिथि निर्धारित होनी है. चूंकि तकनीकी रूप से विस के अध्यक्ष का पद अभी रिक्त नहीं है और न ही ऐसी कोई सूचना विस की ओर से महामहिम को दी गई है, इसलिए फिलहाल राज्यपाल ने 25 अगस्त को विप के सभापति निर्वाचन की ही तिथि मुकर्रर की है. जहां तक विधानसभा अध्यक्ष के निर्वाचन की बात है तो रिक्ति की सूचना मिलने के बाद उनके द्वारा तिथि निर्धारित होगी. निर्वाचन की तिथि के एक दिन पूर्व 12 बजे दिन तक ही अध्यक्ष बनने को इच्छुक सदस्य विस सचिव के पास नामांकन दर्ज करेंगे.
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