Patna : बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की ओर से आयोजित शिक्षक भर्ती परीक्षा की पहली पाली में बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों की बायोमेट्रिक जांच नहीं ली गई. यह मामला शेखपुरा नगर परिषद क्षेत्र के अभ्यास मध्य विद्यालय परीक्षा केंद्र और गया कॉलेज परीक्षा केंद्र का है. इससे नाराज छात्रों ने परीक्षा खत्म होने के बाद जमकर हंगामा किया. गुरुवार से यहां शिक्षक भर्ती की परीक्षाएं शुरू हो गई हैं, जो शनिवार तक चलेगी. पहले पेपर खत्म होने के बाद सैकड़ों अभ्यर्थियों ने परीक्षा में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए परीक्षा केंद्र रद्द करने की मांग की है. छात्रों ने आरोप लगाया कि परीक्षा के दौरान बीपीएससी के दिशा निर्देशों का पालन नहीं किया गया है. छात्रों ने आशंका जताई है कि परीक्षा में गड़बड़ी की जा रही है. छात्रों ने बाद में प्रशासनिक पदाधिकारियों से भी इसकी शिकायत की.
तकनीकी खराबी की वजह से समस्या आई
इस संबंध में प्रधानाध्यापक सह केंद्र अधीक्षक मुरारी प्रसाद ने बताया कि दो-तीन कमरे में परीक्षा के दौरान परीक्षार्थियों का बायोमेट्रिक नहीं लिया जा सका. तकनीकी खराबी की वजह से यह समस्या आई. ऐसे परीक्षार्थियों को चिन्हित करके उनकी लिस्ट बनाकर भेजी जाएगी. जिला शिक्षा पदाधिकारी राजदेव राम का कहना है कि नेटवर्क समस्या के कारण बायोमेट्रिक से हाजिरी बनाने में असुविधा हुई है, लेकिन जो परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हुए हैं, वह सभी मान्य है. परीक्षा शुरू होने के पहले मैन्युअल हाजिरी भी परीक्षार्थी से बनवाने को कहा गया है. इसलिए कोई चिंता की बात नहीं है.
1.70 लाख पदों पर भर्ती निकाली गई है
बिहार में शिक्षक नियुक्ति को लेकर राज्य भर में 876 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. इस पद पर बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की ओर से एक लाख 70 हजार 461 पदों पर भर्ती निकाली गई है. यह परीक्षा शनिवार तक दो पालियों में आयोजित होने वाली है. इसके मद्देनजर बिहार के तमाम शहरों में भारी संख्या में लोग जुटे हैं. ट्रेनों व होटलों में काफी भीड़ देखने को मिल रही है. वहीं, परीक्षा केंद्र भी भीड़ से खचाखच भरे हैं. परीक्षा में शामिल होने के लिए परीक्षा केंद्र पर प्रवेश करने से पहले उम्मीदवारों को सुरक्षा जांच से गुजरना पड़ा. गया कॉलेज परीक्षा केंद्र पर परीक्षा हॉल में प्रवेश करने से पहले परीक्षार्थियों से बेल्ट तक खुलवा लिया गया.
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