एक लड़की ने अपने घर पर एक पत्र छोड़ा था, जिस पर लिखा था कि हम परमात्मा से मिलने जा रहे हैं, हमें खोजने की जरूरत नहीं है
Patna : बिहार के मुजफ्फरपुर (योगिया मठ इलाका) से 13 मई को एकसाथ तीन लड़कियां लापता हुई थीं. अब खबर आ रही है कि तीनों लड़कियों ने यूपी के मथुरा में ट्रेन से कटकर एकसाथ आत्महत्या कर ली है. बताया जाता है कि इनमें से एक लड़की ने अपने घर पर एक पत्र छोड़ा था, जिस पर लिखा था कि हम परमात्मा से मिलने जा रहे हैं, हमें खोजने की जरूरत नहीं है. मथुरा में तीन शव मिलने के बाद अब पुलिस इस मामले को सुलझाने की कवायद में जुट गयी है. नेशनल खबरों के लिए यहां क्लिक करें
यदि खोजने की कोशिश की गयी तो जहर पी लेंगे
लड़की ने पत्र में लिखा है कि हम लोगों को बाबा ने बुलाया है. हम लोग हिमालय जा रहे हैं. हमें खोजने की कोशिश न करें. यदि खोजने की कोशिश की गयी तो जहर पी लेंगे. हम लोगों ने जहर खरीद लिया है. 13 मई को मुजफ्फरपुर के योगिया मठ इलाके की रहने वाली तीन लड़कियों के अचानक गायब हो जाने से तीनों के घरवाले काफी परेशान हो गये. घटना के 10 दिन बाद नगर थाना में एफआईआर दर्ज की गयी. पुलिस ने छानबीन शुरू की तो. लड़कियों के फोन की लोकेशन उत्तर प्रदेश में मिली.
पुलिस को तीनों मृतकों के हाथ पर मेहंदी लगी मिली
पुलिस उनकी तलाश में लगी हुई थी कि 26 मई को एक खबर मिली कि यूपी के मथुरा में बाजना पुल के पास रेलवे ट्रैक पर तीन लड़कियों के शव बरामद हुए हैं. पुलिस को तीनों मृतकों के हाथ पर मेहंदी लगी मिली. एक किशोरी के हाथ पर मेंहदी से SBG लिखा हुआ मिला. उनके कपड़ों से मुजफ्फरपुर के टेलर का टैग लगा हुआ मिला. जिसके बाद आशंका जताई गयी कि तीनों लड़कियां बिहार की रहने वाली हैं. यह सूचना मिलने के बाद मुजफ्फरपुर पुलिस की एक टीम परिजनों को लेकर मथुरा पहुंची.
तीनों का अंतिम संस्कार मथुरा में कर दिया गया
तीनों शवों की परिजन ने पहचान कर ली. मृत छात्राओं के नाम माया, गौरी और माही बताया गया. जानकारी के अनुसार घर से निकलने के समय माया और माही के पास मोबाइल थे. हालांकि मथुरा में रेलवे ट्रैक से शव के पास मोबाइल नहीं मिले. उनके बैग एवं अन्य सामान ट्रैक के पास ही पाये गये. मंगलवार शाम शिनाख्त और पोस्टमार्टम के बाद तीनों का अंतिम संस्कार मथुरा में ही कर दिया गया.
मालगाड़ी के पायलट ने कहा, आपस में हाथ पकड़े तीनों आ गयी ट्रेन के सामने
मालगाड़ी के पायलट शिव कुमार घटना का चश्मदीद गवाह है. उसने ने पुलिस को बताया है कि वह मथुरा-दिल्ली रूट पर ट्रेन ले जा रहा था, तभी तीनों छात्राएं एक दूसरे का हाथ पकड़कर सामने आ गयी. ट्रेन लगभग 90 मीटर की दूरी पर रही होगी. शिव कुमार ने कहा कि उसने ब्रेक लगाये, लेकिन ट्रेन वहां नहीं रुक सकी और तीनों ट्रेन से कट गईं. ट्रेन रुकने के बाद गार्ड ने उतरकर देखा तो तीनों की मौत हो चुकी थी.
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