Patna : बिहार की सब्जियां अब वैश्विक बाजारों में अपनी पहचान बना रही हैं. राज्य में पहली बार 1500 कि.ग्रा. ताजी और गुणवत्तापूर्ण सब्जियों की खेप दुबई भेजी गयी है. इसमें कटहल, करेला, फूलगोभी, लौकी समेत 10 तरह की सब्जियां शामिल हैं. यह न सिर्फ स्थानीय किसानों के लिए नई उम्मीद जगाती है, बल्कि राज्य सरकार के ‘हर थाली में बिहारी तरकारी’ विजन को साकार करने की दिशा में एक अहम कदम है.
सहकारिता मंत्री ने हरी झंडी दिखाकर किया रवाना
पटना के दशरथ मांझी श्रम एवं नियोजन अध्ययन संस्थान से सहकारिता मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने इस शिपमेंट को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. क्योंकि बिहार में फिलहाल कोई निर्यात केंद्र नहीं है, इसलिए यह खेप सड़क मार्ग से वाराणसी एयरपोर्ट भेजी गयी, जहां से इसे दुबई के लुलु मॉल के लिए एयर कार्गो के जरिए भेजा गया. इस ऐतिहासिक पहल में कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (APEDA) और बिहार राज्य सब्जी प्रसंस्करण एवं विपणन फेडरेशन (VEGFED) की प्रमुख भूमिका है.
अगली खेप सिंगापुर भेजी जायेगी
मंत्री डॉ. प्रेम कुमार ने बताया कि अगली खेप सिंगापुर के लिए तैयार की जा रही है, जिसमें बोरो (सर्दियों में उपजाई जाने वाली धान की किस्म), केला और बैंगन प्रमुख रूप से शामिल होंगे. उन्होंने यह भी कहा कि VEGFED द्वारा किसानों को आधुनिक खेती, बेहतरीन बीज और प्रसंस्करण सुविधाएं उपलब्ध कराकर यह मुमकिन हुआ है.
अगले तीन महीने में 200 खुदरा सब्जी बिक्री केंद्र शुरू करने का लक्ष्य
बिहार सरकार का लक्ष्य है कि 30 जून तक राज्य के 534 प्रखंडों में प्राथमिक सब्जी उत्पादन सहकारी संघ (PVCS) का गठन हो जाए, जिनमें से अब तक 495 संघ बन चुके हैं. हरित, तिरहुत, मिथिला और मगध क्षेत्रीय सब्जी संघों की सहभागिता से यह पहली परीक्षण खेप तैयार की गई. आगे की योजना के तहत अगले तीन महीनों में 200 खुदरा सब्जी बिक्री केंद्र (रिटेल आउटलेट) शुरू किए जाएंगे, जिससे स्थानीय उपभोक्ताओं को भी सीधे फायदा मिलेगा और किसानों को उचित बाजार मूल्य मिल सकेगा.
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