तृणमूल कांग्रेस, कांग्रेस, बसपा ने विरोध किया
इस विधेयक को बुधवार को ही कैबिनेट ने मंजूरी दी थी. बिल पेश करते हुए कानून मंत्री रिजिजू ने कहा कि आधार और वोटर कार्ड को लिंक करने से फर्जी मतदाताओं पर लगाम लगेगी. रिजिजू ने कहा कि सदस्यों ने इसका विरोध करने को लेकर जो तर्क दिये हैं, वे सुप्रीम कोर्ट के फैसले को गलत तरीके से पेश करने का प्रयास है. यह शीर्ष अदालत के फैसले के अनुरूप ही है. बता दें कि इस बिल को पेश किये जाने का तृणमूल कांग्रेस, कांग्रेस, बसपा और ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने विरोध किया. कांग्रेस ने कहा कि इस विधेयक को स्टैंडिंग कमिटी के समक्ष पेश किया जाना चाहिए.चुनाव आयोग को कमजोर करने की कोशिश : ओवैसी
AIMIM के मुखिया असददुद्दीन ओवैसी ने कहा कि इस विधेयक के जरिए चुनाव आयोग जैसी स्वतंत्र और संवैधानिक संस्था को कमजोर करने की कोशिश हो रही है. उन्होंने कहा कि आधार-वोटर कार्ड लिंक होने से भविष्य में बहुत से मतदाता का नाम हटाने की भी आशंका है. हालांकि संसद के दोनों सदनों में सरकार के पास पर्याप्त संख्या बल मौजूद है. लेकिन सत्ता-विपक्ष के बीच पहले से चल रहे गतिरोध के साथ चुनाव सुधार बिल भी मतभेद का एक नया अध्याय जोड़ सकता है. इस बीच सरकार लड़कियों की शादी की उम्र बढ़ाकर 21 साल करने के प्रस्ताव वाले विधेयक को भी इसी सत्र में संसद में पेश करने की तैयारी में है. इस विधेयक का भी कांग्रेस ने विरोध करने का पहले ही ऐलान किया है. इसे भी पढ़ें – RMC">https://lagatar.in/map-game-in-rmc-map-of-alam-hospital-done-on-ground-land-officers-escaping-from-answering/">RMCमें नक्सा का खेल : भूइंहरी जमीन पर किया आलम हॉस्पीटल का नक्सा पास, जबाब देने से बच रहे अफसर [wpse_comments_template]