कोई मौत नहीं
Dhanbad: धनबाद के तोपचाची प्रखंड अंतर्गत दुमदुमि पंचायत के चलकरी गांव में 49 बिरहोर परिवार रहते हैं. बिरहोरों को बचाने के लिए सरकार द्वारा योजनाएं भी चलायी जाती हैं, लेकिन कोरोना काल में इन पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है. यहां के लोगों का न तो कोरोना जांच हुआ है और न ही वैक्सिनेशन हुआ है.
49 बिरहोर परिवार रहते हैं
ग्रामीणों ने बताया कि यहां कोई बीमार नहीं है. किसी की मृत्यु भी नही हुई है. किसी का वैक्सिनेशन भी नहीं हुआ है और कोरोना जांच भी नहीं हुआ है. इस मामले पर दुमदुमि पंचायत के मुखिया विकास कुमार माहतो ने कहा कि यहां आदिम जनजाति के लोग रहते हैं. फिलहाल इस गांव में 49 आदिम जनजाति परिवार हैं. ये प्लास्टिक की रस्सी बना कर अपना और अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं.
जानकारी का अभाव
मुखिया ने कहा कि कोरोना काल में गांव के लोग अपने घरों में ही रह रहे हैं. इससे गांव में संक्रमित नहीं हैं. लेकिन विलुप्त होते इस परिवार को बचाने के लिए जिला प्रशासन से आग्रह है कि इस गांव में कैंप लगाकर लोगों की कोरोना जांच के साथ-साथ टीकाकरण भी कराई जाय. यहां जानकारी का भी अभाव है. ये लोग वैक्सिनेशन के लिए रजिस्ट्रेशन नहीं करा सकते हैं. इनके पास एंड्रॉयड मोबाइल नहीं है. वैसे अपने पंचायत में घूम-घूम कर लोगों को कोरोना के प्रति जागरूक करता रहता हूं.