Ranchi: झारखंड में चुनावी माहौल के बीच, भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने राज्य सरकार पर शिक्षण संस्थानों में “आतंक का राज” स्थापित करने और छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाया. सरला बिरला स्कूल और विश्वविद्यालय और उषा मार्टिन विश्वविद्यालय में पुलिस छापेमारी को लेकर प्रतुल ने यह आरोप लगाए. प्रतुल ने कहा कि छापेमारी राज्य सरकार के इशारे पर की जा रही है. शिक्षण संस्थानों पर की गई छापेमारी में न तो नकद बरामद हुआ और न ही चुनाव से संबंधित कोई दस्तावेज. उन्होंने कहा कि झामुमो के प्रवक्ता द्वारा 15 दिन पहले की गई राजनीतिक टिप्पणी के बाद यह कार्रवाई संयोग नहीं, बल्कि सोची-समझी रणनीति है.
प्रतुल ने छापेमारी पर सवाल उठाते हुए कहा कि सर्च वारंट न दिखाना और एसएसपी के मौखिक आदेश के आधार पर कार्रवाई करना, नियमों का उल्लंघन बताया गया. शिक्षाविद् डॉ. गोपाल पाठक के आवास पर छापेमारी के दौरान उनके स्टाफ से कथित बदसलूकी की घटना जानबूझ कर की गयी है.
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हेमंत सरकार राज्य की शिक्षा व्यवस्था को चौपट करने पर उतारु
प्रतुल ने कहा कि राज्य में 96% मिडिल स्कूलों में पूर्णकालिक हेड मास्टर नहीं हैं. 68% शिक्षकों की नियुक्ति अधूरी है. पारा शिक्षक आंदोलनरत हैं, जबकि निजी संस्थानों को सरकार टारगेट कर रही है. सरकार की नीयत पर संदेह व्यक्त करते हुए कहा कि हेमंत सरकार की चुनाव में “निश्चित हार” के डर से निजी संस्थानों को पंगु बनाने पर का काम कर रही है. वहीं पुलिस और कुछ अधिकारियों को “झामुमो की टूलकिट” करार देते हुए उन पर सरकार के पक्ष में काम करने का आरोप लगाय है. प्रतुल शाहदेव ने स्पष्ट किया कि भाजपा इस मामले को गंभीरता से ले रही है और इसे उचित मंच पर उठाएगी.
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