NewDelhi : देश में कोविड मिस मैनेजमेंट को लेकर मंगलवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने श्वेत पत्र जारी कर मोदी सरकार पर हमला बोला. इसे लेकर भाजपा ने कांग्रेस पर जवाबी हमला किया. भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने राहुल पर हल्ला बोलते हुए कहा कि कोरोना की लड़ाई में जब भी निर्णायक मोड़ आये, तब-तब राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी ने राजनीति करने की भरसक कोशिश की. आरोप लगाया कि कांग्रेस ने कहीं न कहीं भारत की कोरोना के खिलाफ लड़ाई को पटरी से उतारने की कोशिश की.
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देश अच्छा परफॉर्म करता है, तो कांग्रेसियों को उससे चिढ़ होती है
भाजपा ने सिलसिलेबार ढंग से राहुल गांधी पहर हमले किये. कहा कि जब भी भारत में कुछ अच्छा होता है और देश अच्छा परफॉर्म करता है, तो कहीं न कहीं कांग्रेसियों को उससे चिढ़ होती है. राहुल गांधी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उस पूरे विषय पर एक प्रश्नचिन्ह लगाने का काम करते हैं. संबित पात्रा ने कहा कि योग दिवस के साथ ही कल. 21 जून का दिन बहुत महत्वपूर्ण था. कल पूरे विश्व में भारत एक मात्र ऐसा देश बना, जिसने एक ही दिन में लगभग 87 लाख लोगों का टीकाकरण किया. पूरे देश में इस लेकर एक पॉजिटिविटी देखने को मिली. इस बीच आज सुबह प्रेस कॉन्फ्रेंस कर श्वेत पत्र जारी करना दुखद है.
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लॉकडाउन लगाया गया, तो उसे कांग्रेस ने तुगलकी लॉकडाउन बताया
पात्रा ने राहुल गांधी पर कटघरे में खड़ा करते हुए कहा, जब देश में पहली बार लॉकडाउन लगाया, तो उसे तुगलकी लॉकडाउन बताया गया. अब कह रहे कि समय पर लॉकडाउन क्यों नहीं लगाया. पहले कहा, हमें वैक्सीन चाहिए. अब कह रहे हैं कि वैक्सीन में गाय का सीरम है. हमें वैक्सीन क्यों नहीं दी जा रही है? इस सवाल के बीच पंजाब और छत्तीसगढ़ जैसे राज्य कोवैक्सिन लेने से इनकार करते हैं. इस तरह कई बाधाएं राहुल और कांग्रेस पार्टी ने कोरोना की लड़ाई के बीच खड़ी की हैं.
संदीप पात्रा ने आरोप लगाया कि कोरोना की दूसरी लहर कांग्रेस शासित राज्यों से शुरू हुई. कांग्रेस शासित राज्यों में इसका सबसे ज्यादा असर पड़ा और सर्वाधिक मामले आये. कहा कि सबसे ज्यादा मौतें कांग्रेस शासित राज्यों में हुईं. कांग्रेस शासित राज्यों ने कोवैक्सिन लेने इनकार किया और वहां सर्वाधिक मृत्यु दर रही. श्वेत पत्र जारी करने वालो को इस पर भी जवाब देना चाहिए.
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राहुल के श्वेत पत्र में क्या है
बता दें कि राहुल गांधी ने आज पार्टी की ओर से श्वेत पत्र जारी किया, उसमें कहा गया है कि इस श्वेत पत्र का मकसद सरकार पर सवाल उठाना नहीं है. हम सरकार की गलतियों का उल्लेख इसलिए कर रहे हैं ताकि आने वाले समय में गलतियों को ठीक किया जा सके और तीसरी लहर की तैयारी बेहतर तरीके से की जा सके. व्हाइट पेपर में सुझाव दिया गया है कि तीसरी लहर की तैयारी अभी से शुरू की जाये. ऑक्सीजन, हॉस्पिटल बेड, दवा की कमी न हो, गरीबों को आर्थिक मदद देने की जरूरत भी व्हाइट पेपर में बतायी गयी है. इसके अलावी. कोरोना से हुई मौतों पर परिवार को मुआवजा देने की भी मांग की गयी है.