Ranchi: जेएसएससी-सीजीएल परीक्षा परिणाम को लेकर भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता अजय साह ने इसे छात्रों के भविष्य के साथ “क्रूर मजाक” करार दिया है . कहा कि यह हेमंत सोरेन सरकार की उदासीनता और अहंकार को दर्शाता है. हमने उम्मीद की थी कि भारी जनादेश के साथ यह सरकार छात्रों और युवाओं के प्रति अधिक संवेदनशीलता दिखाएगी. लेकिन इसके बजाय, सरकार का रवैया अहंकारी और गैर-जिम्मेदाराना होता जा रहा है. सरकार ने निष्पक्ष जांच का वादा किया था, लेकिन बिना किसी उचित प्रक्रिया और जांच के परिणाम जारी करना इस सरकार की लापरवाही का परिचायक है.”
इसे भी पढ़ें –हेमंत सरकार के 11 मंत्रियों का राजनीतिक सफर: संघर्ष, विरासत और सियासत का संगम
कई रोल नंबर पहले हो रहे थे वायरल
साह ने सोशल मीडिया पर वायरल एक संदेश का जिक्र करते हुए कहा, “परिणाम से पहले एक वायरल संदेश में दो विशेष रोल नंबर का उल्लेख था और परिणामों में वही रोल नंबर दिखाई दिए हैं. भाजपा इस संदेश की सत्यता की पुष्टि नहीं करती, लेकिन जब लाखों छात्रों के भविष्य का सवाल है, तो इस संदेश समेत सभी संबंधित तथ्यों की गंभीरता से जांच होनी चाहिए.” जब यह मामला न्यायालय में ले जाया गया है, तो न्यायालय के निर्णय का इंतजार किए बिना परिणाम जारी करना न केवल असंवैधानिक है, बल्कि छात्रों के अधिकारों का हनन भी है. यह भी स्पष्ट है कि परिणाम ऐसे समय में जारी किया गया, जब चुने हुए प्रतिनिधि मंत्रिमंडल विस्तार में व्यस्त थे. पार्टी इस मुद्दे को सदन में उठाएगी.
इसे भी पढ़ें –बाबूलाल ने उठाई मंईयां सम्मान योजना में पारदर्शिता की मांग, 25 महिलाओं का उठाया मामला