Ranchi : कोरोना वैक्सीन को लेकर पिछले कुछ दिनों से सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) और बीजेपी नेताओं के बीच बयानबाजी लगातार जारी है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निःशुल्क वैक्सीन देने की मांग और उसके बाद पीएम की घोषणा के बाद यह बयानबाजी और अधिक बढ़ी है. आंकड़ों को पेश कर बीजेपी के तमाम बड़े नेता बाबूलाल मरांडी, दीपक प्रकाश आंकड़ों को पेश कर हेमंत सरकार पर निःशुल्क वैक्सीन की मांग पर पहले ही सवाल उठा चुके है. हालांकि जेएमएम लगातार पलटवार कर इन आंकड़ों का खंडन भी कर रही है.
बता दें कि बीते दिनों केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक रिपोर्ट पेश कर झारखंड में 37 प्रतिशत कोरोना वैक्सीन बर्बाद होने की बात की थी. इसके बाद बीजेपी के तमाम बड़े नेता इसपर हेमंत सरकार को घेरने लगे. हालांकि पलटवार करते हुए सरकार यह आंकड़ों से ही यह केंद्रीय स्वास्थ्य की रिपोर्ट को पूरी तरह से झूठा साबित की. हेमंत सोरेन सरकार ने दावा किया कि वैक्सीन की बर्बादी के आंकड़े गलत हैं, राज्य में इसका प्रतिशत केवल 4.65 है. बाद में जब स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी अपनी ही रिपोर्ट का खंडन किया. बाद में स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह आंकड़ा घटाकर 6.44 प्रतिशत कर दिया. उसके बाद तो जेएमएम काफी आक्रमक रूप में आ गयी.
बीते 31 मई को जब सीएम हेमंत सोरेन ने पत्र लिखकर निःशुल्क वैक्सीन देने की मांग केंद्र से की, तो बीजेपी नेता सरकार पर हावी हो गये. जेएमएम के मुताबिक तो बाबूलाल मरांडी ने निःशुल्क इसका उपहास किया था. अब जब पीएम ने निःशुल्क वैक्सीन देने की बात की है, तो जेएमएम पूरी तरह से बीजेपी पर हमलवार है. जेएमएम का कहना है कि पिछले वर्ष जब सीएम ने अपने श्रमिक और छात्रों को ट्रेन और हवाई जहाज से घर ला रहे थे, तब भी सरकार ने मजाक था. जेएमएम ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा है कि हेमंत सोरेन जो आज सोचते हैं, आपके नेतागण उसे कुछ दिनों बाद करते हैं.