Ranchi : राजभवन के समक्ष झारखंड प्रदेश वैश्य मोर्चा की ओर से त्राहिमाम धरना का आयोजन किया गया. वैश्य मार्चा की ओर से रांची डीसी पर गलत मंशा के कार्य करने का गंभीर आरोप लगाया गया. धरना में कहा गया कि रांची डीसी हेहल अंचल की 7.16 एकड़ भूमि पर अवैध रूप से रातोंरात कब्जा दिलाने का काम किया. हेहल अंचल की जमीन संबंधी आदेश में वह अपने नजदीकियों को लाभ पहुंचाने का काम किया गया है. भूमि संबंधी अपने एक आदेश में मूल खतियानी रैयत को बदमाश और भू-माफिया का दर्जा दे रहे हैं. वहीं प्रशासन द्वारा बेवजह वैश्य समाज को निशाना बनाये जाने की बात कही गयी.
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राज्यपाल के नाम सौंपा गया ज्ञापन
धरने की अध्यक्षता कर रहे महेश्वर साहू ने कहा कि वैश्य समाज के लोगों को प्रशासन परेशान कर रहा है. समाज के लोगों की भूमि पर कब्जा किया जा रहा है. उनकी रोजी-रोटी, सुरक्षा और सम्मान पर चोट की जा रही है. हम त्राहिमाम धरने के माध्यम से राज्यपाल को रांची डीसी की गलत मंशा की जानकारी देना चाहते हैं. धरने के बाद झारखंड वैश्य मोर्चा की ओर राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा गया. इसकी प्रति राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, गृह मंत्री अमित शाह को भी भेजा गया है.
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क्या कहा गया है ज्ञापन में
रांची जिला के हेहल अंचल, थाना सुखदेव नगर के बाजरा ग्राम का कुल 7.16 एकड़ जमीन के खतियानी रैयत सीताराम साहू वगैरह है. इसके वंशज उक्त भूखंड पर हाल के दिनों तक खेती-बाड़ी करते रहे हैं. भूमि पर उनका दखल कब्जा भी रहा था, लेकिन पिछले कुछ माह में फर्जी कागज के बल पर दावेदारी का दौर चला, जो उपायुक्त के आदेश से अमल में लाया गया. रांची उपायुक्त के आदेश के बाद दबंग, फर्जी और भू-माफिया लोग उस जमीन का मालिक बन बैठा है. मूल खतियानी रैयतों को बदमाश और भू-माफिया कहा गया है.