अभ्यर्थियों के आंदोलन को टाइगर जयराम का समर्थन, राज्यपाल से मिले
शिकायती पत्र में वर्णित तथ्य
- नामांकन पत्र में सरकारी संस्थाओं का बकाया नहीं होने से संबंधित प्रमाण पत्र देना पड़ता है. श्वेता सिंह ने सरकारी संस्थाओं का बकाया नहीं होने का उल्लेख करते हुए नामांकन पत्र के साथ नो ड्यूज सर्टिफ़िकेट नहीं दिया. - श्वेता सिंह के पास चार वोटर आइडी कार्ड हैं. (EPIC No. GPV2611846, EPIC No. GPV9912379,EPIC No. ZUU1677376, EPIC.N0-OKP027096) - श्वेता सिंह के पास दो पैन है (CECPS8218E,CWTPS5392A) - श्वेता सिंह के एक पैन में पिता का नाम संग्राम सिंह और दूसरे में दिनेश सिंह है. वास्तव में संग्राम सिंह उनके पति हैं. - इससे ऐसा लगता है कि श्वेता सिंह ने जानबूझ कर यह अपराध किया है. यह दंडनीय अपराध है. इसे भी पढ़ें -रंजीत">https://lagatar.in/ranjit-singh-said-ramgarh-property-is-mine-there-is-an-attempt-to-evict-me-i-have-complained-earlier/">रंजीतसिंह ने कहा- रामगढ़ की संपत्ति मेरी, बेदखल करने की कोशिश, पहले किया है कंप्लेन