Jamshedpur : गोलमुरी के टुइलाडुंगरी से सटे मथुरा बागान पार्क मामले में कार्रवाई की मांग को लेकर भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष दिनेश कुमार ने सोमवार को डीसी सूरज कुमार और जमशेदपुर अक्षेस के विशेष पदाधिकारी को पांच सूत्री मांग पत्र सौंपा. इसमें जर्जर और बदहाल हो रहे पार्क की शीघ्र मरम्मत कराने, हाईमास्ट लाइट की मरम्मत और चालू कराने, पार्क परिसर की जल्द साफ-सफाई कराने, पार्क का विधिवत उद्घाटन संपन्न कर आम जनता के उपयोग हेतु समर्पित करने और पार्क परिसर में सुरक्षाकर्मियों व सीसीटीवी कैमरे लगाया जाना शामिल है. उन्होंने दोनों अधिकारियों से इस समस्या का जल्द समाधान की मांग की. भाजपा नेता ने कहा कि विभागीय लापरवाही का फायदा नशेड़ी और असामाजिक तत्व जमकर उठा रहे हैं. जनता के मनोरंजन के लिए लाखों की लागत से निर्मित पार्क उद्घाटन के अभाव में जर्जर हो चुकी है. यहां असामाजिक तत्वों की शरणस्थली बन रही है.
12 को भाजपा कार्यकर्ता करेंगे पार्क की सफाई
भाजपा के पूर्व महानगर अध्यक्ष दिनेश कुमार ने बताया कि इस मामले में उन्होंने जिला प्रशासन का ध्यान आकर्षित कराया. जल्द पहल नहीं होने की स्थिति में चरणबद्ध आंदोलन की घोषणा होगी. 12 जनवरी को भाजपा कार्यकर्ता मथुरा बागान पार्क परिसर में स्वच्छता अभियान चलाएंगे. पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास के निर्देश पर बनी यह पार्क वर्तमान विधायक सरयू राय की विद्वेषपूर्ण राजनीति के कारण जनता के लिए अनुपयोगी बनकर रह गई है. जनहित के कार्यों में ऐसी पूर्वाग्रह से प्रेरित राजनीति से उन्हें परहेज करना चाहिए.
दिनेश के बयान ने पूर्व मुख्यमंत्री को कठघरे में खड़ा किया है : सुबोध श्रीवास्त्व
भाजमो जमशेदपुर महानगर जिलाध्यक्ष सुबोध श्रीवास्तव ने विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि गोलमुरी टुइलाडुंगरी मथुरा बागान में पार्क का ऑनलाइन उद्घाटन 2019 में रघुवर सरकार के दौरान नगर विकास और आवास विभाग द्वारा किया गया था. उद्घाटन के उपरांत दो वर्ष बाद रघुवर दास के रिश्तेदार और भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष दिनेश कुमार का यह बयान देना कि टाटा स्टील निर्मित पार्क दो साल से उद्घाटन की राह देख रहा है, स्वयं रघुवर सरकार को कठघरे में खड़ा कर दिया है और पूर्व मुख्यमंत्री के एक और भ्रष्टाचार की ओर इंगित कर रहा है. राज्य सरकार को इस मामले की उच्चस्तरीय जांच को करवा कर सच जमशेदपुर की जनता के सामने लाना चाहिए कि 80 लाख रुपए की लागत से निर्मित इस पार्क की योजना को बिना कार्य पूर्ण किए क्यों आनन-फानन में उद्घाटन कर दिया गया.