- रैली के जरिये चुनावी शंखनाथ की तैयारी
- कार्यकर्ताओं मे भरेंगे जोश
- हेमंत सरकार को घेरेगी बीजेपी
Ranchi : विधानसभा चुनाव नवंबर-दिसंबर में होने हैं. राज्य में राजनीतिक गतिविधियां बढ़ गयी है. सभी राजनीतिक दल अपने-अपने तेवर दिखा रहे हैं. इन सबके बीच भारतीय जनता युवा मोर्चा की झारखंड इकाई ने 23 अगस्त को युवा आक्रोश रैली का आयोजन किया है. भाजयुमो के बैनर तले आयोजित रैली रांची के मोरहाबादी मैदान में होगी, जिसमें 23 अगस्त को लाखों युवाओं के शामिल होने का दावा किया गया है. प्रदेश बीजेपी युवा आक्रोश रैली के बहाने अपनी ताकत भी दिखायेगी. आक्रेश रैली के जरिये भाजपा चुनाव का शंखनाद भी करेगी. इस रैली में प्रदेश बीजेपी के टॉप लीडर भी शिरकत करेंगे. बता दें कि पिछले दिनों प्रदेश भाजपा कोर कमेटी की बैठक हुई थी. इस बैठक में विस्तार से रैली को लेकर चर्चा हुई थी. इसमें नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी ने कहा था कि युवा सड़कों पर अपने आक्रोश को व्यक्त करने के लिए तैयार है.
बीजेपी के टॉप लीडर कार्यकर्ताओं में भरेंगे जोश
जानकारी के मुताबिक, रैली की तैयारी पूरी कर ली गयी है. मोरहाबादी मैदान में मंच तैयार कर लिया गया है. साथ ही हर जिले में जिला के पदाधिकारियों ने बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं को रांची लाने की तैयारी की है. भाजपा किसी भी स्थिति में इस रैली को सफल बनाना चाहती है. यही कारण है कि संगठन के हर मोर्चा के पदाधिकारियों को रैली में भीड़ लाने का काम सौंपा गया है. युवा आक्रोश रैली के बहाने प्रदेश भाजपा हेमंत सरकार को भी घेरेगी. साथ ही बीजेपी के टॉप लीडर कार्यकर्ताओं में जोश भरेंगे. रैली के बहाने जहां बीजेपी अपनी ताकत दिखायेगी, वहीं कार्यकर्ताओं में भी नयी ऊर्जा भरने का काम करेगी. बूथ जीतो और चुनाव जीतो का मूलमंत्र इस बार भी बीजेपी की चुनावी रणनीति का हिस्सा होगा.
भाजपा ने युवाओं से आंदोलन में हिस्सा लेने का किया है आह्वान
भाजपा ने युवाओं से आह्वान किया है कि प्रदेश के युवाओं को राज्य सरकार की वादाखिलाफी के खिलाफ आंदोलन में हिस्सा लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि बीते 4 वर्षों से हेमंत सरकार झारखंड की भोली-भाली जनता को ठगकर केवल तुष्टिकरण की राजनीति की है. झारखंडी युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया गया है. जिस प्रकार मुंगेरीलाल के हसीन सपने झारखंडी युवाओं को दिखाये थे, उसका पर्दाफाश होना जरूरी है.
सत्ता में फिर से आने की है तैयारी
बीजेपी फिर से सत्ता में आने के लिए अपना लक्ष्य निर्धारित कर लिया है. बीते दिनों 515 मंडल अध्यक्षों की बैठक में प्रदेश संगठन प्रभारी डॉ लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने स्पष्ट कर दिया था कि जनता तैयार बैठी है. दरवाजा-दरवाजा दस्तक देने की जरूरत है. अपनी नाकामियों और विफलताओं के भार से यह सरकार दब चुकी है. उन्होंने कहा था कि हमें 2024 में नेता प्रतिपक्ष नहीं बल्कि नेता सदन चुनना है.