Ranchi: भारतीय जनता पार्टी के लिए झारखंड विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष का चयन करना मुश्किल हो गया है. विधानसभा का बजट सत्र 24 फरवरी से शुरू होने वाला है, लेकिन भाजपा ने अभी तक विधायक दल का नेता का चयन नहीं किया है. स्पीकर रवींद्र नाथ महतो द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में भी भाजपा ने अपने को अलग रखा.
इसे भी पढ़ें –मैट्रिक परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक मामले में जांच तेज, कई कोचिंग संचालकों के तार जुड़े
बाबूलाल मरांडी या सीपी सिंह: कौन बनेगा नेता प्रतिपक्ष?
भाजपा विधायक दल के नेता के लिए पूर्व मुख्यमंत्री सह प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी व सबसे वरीय विधायक सीपी सिंह का नाम प्रमुखता से लिया जा रहा है. इसके अलावा कोडरमा की विधायक नीरा यादव का नाम भी चर्चा में शामिल है.
भाजपा की दुविधा क्यों?
भाजपा की दुविधा का कारण यह है कि पार्टी को अपने कोर वोटर ओबीसी व सामान्य वर्ग के नेताओं पर भी अधिक फोकस करना है. इसके अलावा आदिवासी समुदाय के नेता को भी महत्वपूर्ण पद देना है. इसलिए दोनों पदों पर चयन के पहले राजनीतिक स्थिति व सामाजिक समीकरण का भी ध्यान रखा जाएगा.
नेता प्रतिपक्ष का चयन जल्द होगा
भाजपा के सूत्रों के अनुसार, पार्टी जल्द ही विधायक दल का नेता का चयन करेगी. इसके लिए केंद्रीय पर्यवेक्षकों की नियुक्ति हो सकती है. विधायक दल के नेता के चयन के बाद ही नेता प्रतिपक्ष का नाम तय होगा.
इसे भी पढ़ें –कांग्रेस के नए प्रदेश प्रभारी राजू पहुंचे रांची, झारखंड में पार्टी को मजबूत करने का किया ऐलान