Ranchi: भाजपा ने 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी दलों की जमीन कमजोर कर अपनी जमीन मजबूत करने की रणनीति तैयार की है. इसके तहत भाजपा राज्य की प्रमुख विपक्षी पार्टी झामुमो, कांग्रेस और राजद के विक्षुब्ध या हाशिये में पड़े नेताओं और कार्यकर्ताओं पर डोरे डाल रही है और मौका देखते ही ऐसे नेताओं अपने पाले में करती जा रही है. इसी रणनीति के तहत पार्टी ने ज्वाइनिंग कमेटी बनाई है. झारखंड में पूर्व सांसद रवींद्र राय ज्वाइनिंग कमेटी के स्टेट संयोजक बनाये गये हैं. सभी जिलों में एक संयोजक और 2-2 सह संयोजक भी बनाए गए हैं. यह सभी पदाधिकारी लोकसभा और विधानसभा क्षेत्रों में विपक्षी पार्टियों के जनाधार वाले नेताओं की लिस्ट तैयार कर रहे हैं और फिर संपर्क बढ़ाकर उन्हें भाजपा में शामिल होने का आमंत्रण दिया जा रहा है. अपने राजनीतिक करियर को बचाने के लिए ऐसे नेता भाजपा का आमंत्रण स्वीकार कर दल बदलने के लिए तैयार भी रहे हैं. पिछले एक हफ्ते में पूर्व सांसद घूरन राम, ईचागढ़ के पूर्व विधायक मलखान सिंह समेत झामुमो, कांग्रेस और राजद के सैकड़ों नेता-कार्यकर्ता भाजपा में शामिल कराये गये हैं.
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हर बूथ पर 370 वोट बढ़ाने का लक्ष्य
भाजपा ने 2024 के लोकसभा चुनाव में हर बूथ पर 370 वोट बढ़ाने का लक्ष्य रखा है. पंचायत से पार्लियामेंट स्तर तक के नेताओं को भाजपा में लाने की रणनीति है. चुनावों में जीतने वालों के साथ-साथ हारने वाले नेताओं के वोट बैंक को भी भाजपा अपने पाले में करने की तैयारी कर रही है. नेताओं के साथ-साथ महिला समितियों, सेल्फ हेल्फ ग्रुप, मठों, धार्मिक-सामाजिक संगठनों और समाज में मजबूत पकड़ने रखने वाले लोगों और संस्थाओं से भाजपा के नेता-कार्यकर्ता संपर्क बढ़ा रहे हैं. भाजपा के गांव चलो अभियान के दौरान पार्टी के सांसद-विधायक और पदाधिकारियों ने गांवों में प्रवास कर रात बिताया था. इस दौरान इन लोगों ने यह रूपरेखा तैयार की है कि किन लोगों को पार्टी में शामिल किया जा सकता है. उसी रूपरेखा के आधार पर अब पार्टी और लोगों को भाजपा में शामिल करायेगी.
बाबूलाल, बाउरी समेत कई नेता टटोल रहे विपक्षी दलों के नेताओं का मन
विपक्षी दलों का बूथ स्तर पर बस्ता उठाने वाला भी कोई न बचे इसी रणनीति के तहत भाजपा आगे बढ़ रही है. कुनबा बढ़ाने के लिए प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, विधायक दल के नेता अमर बाउरी समेत पार्टी के कई नेता दूसरे दलों के नेताओं का मन टटोल रहे हैं. मार्च से झारखंड में सियासी खेल शुरू हो जाएगी. झारखंड में कई और बड़े नेता भाजपा में शामिल कराये जाएंगे. प्रदेश से विधानसभा स्तर तक मिलन समारोह का आयोजन कर नेताओं को भाजपा की सद्स्यता दिलाने की योजना है.
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