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भाजपा का संकल्प पत्र जारी, अमित शाह ने कहा, झारखंड में यूसीसी आयेगा, लेकिन आदिवासी इससे बाहर रखे जायेंगे

सहारा में निवेश करने वाले लोगों की  पाई-पाई की जायेगी वापस, झारखंडी भाषाओं को आठवीं अनुसूची में शामिल करने का  प्रयास किया जायेगा , घुसपैठियों द्वारा हड़पी गयी जमीन की वापस जायेगी  Ranchi : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि झारखंड में यूसीसी जरूर आयेगा, लेकिन राज्य के आदिवासियों को इससे पूर्णतः बाहर रखा जायेगा. आदिवासियों की कोई परंपरा इससे बाधित नहीं होगी. ये आदिवासी आबादी को प्रोटेक्ट करने का भी जरिया है. अमित शाह ने रविवार को होटल रेडिशन ब्लू में भाजपा का संकल्प पत्र जारी करते समय उक्त बातें कहीं. उन्होंने कहा कि झारखंड भाषाओं हो, मुंडारी, कुड़ूख, करमाली, सादरी को स्कूलों और शैक्षणिक संस्थाओं में लागू किया जायेगा.

किसी को मजदूरी के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा

अमित शाह ने कहा, आदिवासी भाषा का व्याकरण और शब्दकोष भी तैयार किया जायेगा. इन सभी भाषाओं को आठवीं अनुसूची में समाहित करने का प्रयास किया जायेगा. सहारा में जिन लोगों पैसा निवेश किया है, उनकी पाई-पाई वापस की जायेगी. उन्होंने कहा कि पांच साल में ऐसा झारखंड बनाया जायेगा, जिससे किसी को मजदूरी के लिए बाहर नहीं जाना पड़ेगा. उद्योगों को लाकर रोजगार बढ़ाया जायेगा. भाजपा की सरकार बनते ही एक-एक घुसपैठियों को चुन-चुन कर बाहर निकाला जायेगा. हड़पी गयी जमीन वापस की जायेगी.