Patna : बैंगलुरु में आयोजित विपक्षी दलों की साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले ही बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार निकल गये. इतना ही नहीं लालू यादव और तेजस्वी यादव भी बैठक के बाद हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी शामिल नहीं हुए. इसको लेकर भाजपा के नेताओं ने उनपर हमला बोला है. बीजेपी के राज्यसभा सुशील मोदी ने दावा किया है कि नीतीश कुमार इंडियन नेशनल डेमोक्रेटिक इंक्लूसिव अलायंस के संयोजक नहीं बनाये जाने पर नाराज होकर प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल नहीं हुए और पटना लौट आये. (पढ़ें, शिव मंदिर के बगल में चल रहा OONA BAR, एक्साइज रूल को चुनौती देते हुए दायर किया गया PIL)
नीतीश और लालू प्रेस कॉन्फ़्रेन्स में बिना भाग लिये क्यों निकल गये ?कहीं convenor नहीं बनाने से नाराज़ तो नहीं?@ANI
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) July 18, 2023
दूल्हा तय नहीं हुआ, फूफा लोग पहले ही नाराज हो रहे
सुशील मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा कि नीतीश और लालू प्रेस कॉन्फ्रेंस में बिना भाग लिए क्यों निकल गये. कहीं वे संयोजक न बनाने से नाराज तो नहीं. वहीं केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने ट्वीट कर कहा कि सुने हैं बिहार के महाठगबंधन के बड़े-बड़े भूपति बेंगलुरु से पहले ही निकल आये. दूल्हा तय नहीं हुआ, फूफा लोग पहले ही नाराज हो रहे. हालांकि गठबंधन के नेताओं की मानें तो नीतीश, लालू और तेजस्वी को फ्लाइट पकड़नी थी. इसलिए वे प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल नहीं हुए.
सुने हैं बिहार के महाठगबंधन के बड़े बड़े भूपति बेंगलुरु से पहले ही निकल आए! दूल्हा तय नहीं हुआ, फूफा लोग पहिले नाराज हो रहे!
— Ashwini Kr. Choubey (@AshwiniKChoubey) July 18, 2023
महागठबंधन के लोगों ने नीतीश कुमार को बेंगलुरु में बुलाकर भारी बेइज्जती की
बिहार बीजेपी के अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि महागठबंधन के लोगों ने नीतीश कुमार को बेंगलुरु में बुलाकर भारी बेइज्जती की. कांग्रेस के सरकार वाले राज्य में नीतीश कुमार को अनस्टेबल कहा गया और उनकी भारी फजीहत करायी गयी. यह कांग्रेसियों की चाल थी कि नीतीश उनके गठबंधन में आयें, लेकिन उनका रोल न रहे. इसके लिए खुद नीतीश कुमार जिम्मेदार हैं.
इसे भी पढ़ें : चीन के गुआंग्डोंग प्रांत में तूफान तालीम ने दस्तक दी, दक्षिणी तटीय क्षेत्रों में मूसलाधार बारिश
गठबंधन का नाम अंग्रेजी में रखने से नीतीश को ऐतराज
नीतीश कुमार गठबंधन का नाम इंडिया रखने से भी नाराज हैं. शायद इसलिए वो प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले पटना लौट आये. सूत्रों की मानें तो इस नाम पर नीतीश ने ऐतराज जताया. उन्हें गठबंधन का नाम अंग्रेजी में रखने से थी. यह भी चर्चा है कि कांग्रेस ने गठबंधन के नाम को लेकर कोई चर्चा नहीं की. सीधे इसकी घोषणा कर दी. इससे भी नीतीश नाराज हैं. सूत्रों बताते हैं कि शुरुआती दौर में नीतीश ने विपक्षी दलों को एकजुट करने में अहम भूमिका निभायी. लेकिन बैंगलुरु बैठक में कांग्रेस ने नीतीश को कोई तवज्जो नहीं दी. उन्हें दरकिनार कर दिया और गठबंधन को हाईजैक कर लिया. जिससे जदयू और आरजेडी नेताओं में नाराजगी है.
भाजपा को शिकस्त देने की रणनीति पर हुआ मंथन
दरअसल 2024 लोकसभा चुनाव में बीजेपी का मुकाबला करने के लिए विपक्ष एकजुट होने की कोशिश में लगा है. इसी क्रम में बेंगलुरु में 17-18 जुलाई को कांग्रेस ने विपक्षी दलों की बड़ी बैठक बुलाई थी. इस बैठक में 26 दलों के नेता शामिल हुए. इस दो दिवसीय बैठक में विपक्षी दलों ने भाजपा को शिकस्त देने की रणनीति पर मंथन किया. बैठक में शामिल 26 विपक्षी दलों ने अपने नये गठबंधन का नाम इंडियन नेशनल डेमोक्रेटिक इंक्लूसिव अलायंस (I.N.D.I.A) रखा. बैठक के बाद सभी दलों ने साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इसमें मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी, सोनिया, अरविंद केजरीवाल, उद्धव ठाकरे सहित अन्य नेताओं ने अपनी बात रखी. लेकिन बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले ही निकल गये.
इसे भी पढ़ें : जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में आतंकवादियों ने दो बाहरी मजदूरों पर फायरिंग की, घायल
Leave a Reply