alt="" width="300" height="158" /> Jamshedpur : ब्रह्मानंद नारायणा मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल, (बीएनएमएच) जमशेदपुर के कार्डियक सर्जरी विभाग ने 12 वर्षों में 3000 कार्डियक ऑपरेशन करने का रिकार्ड बनाया है. साथ ही कई कठिन ऑपरेशन को सफलतापूर्वक अंजाम देकर पूर्वी भारत में अपना एक मुकाम हासिल किया है. सीनियर कंसल्टेंट कार्डियक सर्जन डॉ0 परवेज आलम ने आज यहां पत्रकारों को बताया कि इतने सारे मरीजों का सफलतापूर्वक कार्डियक ऑपरेशन जमशेदपुर के चिकित्सा इतिहास में एक नए युग की शुरुआत है.
झारखंड के चिकित्सा इतिहास में मील का पत्थर
उन्होंने बताया कि बीएनएमएच में 2009 में कार्डियक सर्जिकल की शुरुआत हुई. जिसमें 1276 बाईपास सर्जरी, 857 वाल्व सर्जरी, 766 जन्मजात हृदय शल्य प्रक्रिया (बच्चों में जन्म से पाए जाने वाले हृदय रोग), 57 वैसक्यूलर सर्जरी, 44 थोरेसिक सर्जरी और अन्य हार्ट सर्जरी शामिल है. उक्त सभी का सक्सेस रेट 97.9 प्रतिशत है. सबसे कम उम्र का रोगी, जिसकी ओपन हार्ट सर्जरी हुई, वह केवल 2 दिन का था और समय से पहले 32 सप्ताह के गर्भ में पैदा हुआ बच्चा था, जिसका वजन ऑपरेशन के समय केवल 1.44 किलोग्राम था. इसी तरह एक 7 दिन के बच्चे का ऑपरेशन किया गया. जिसका वजन 1.94 किलोग्राम था, जिसका हृदय छाती के बाहर फैला हुआ था, जिसे ऐक्टोपिया कॉर्डिस कहा जाता है. उसकी की सुधारात्मक सर्जरी हुई, जो पूर्वी भारत में की गई पहली सफल सर्जरी थी. यह जमशेदपुर और झारखंड के चिकित्सा इतिहास में एक मील का पत्थर सर्जरी थी जिसे वैश्विक स्तर पर मान्यता मिली. क्योंकि उस समय दुनिया भर में केवल 26 ऐसे ऑपरेशन सफलतापूर्वक किए गए हैं.2011 में झारखंड की पहली रेडो ट्रिपल वाल्व सर्जरी
डॉ0 परवेज आलम ने बताया कि सबसे बड़ी रोगी 90 वर्षीय महिला थी, जिसकी बाईपास सर्जरी हुई थी. जिसे पूर्वी भारत की दूसरी सबसे बुजुर्ग महिला बनने का श्रेय दिया जाता है. उन्होंने आगे बताया कि टीम ने 2011 में झारखंड की पहली रेडो ट्रिपल वाल्व सर्जरी भी की. एक सामान्य व्यक्ति में 4 कक्षों की तुलना में उसके दिल में केवल 2 कक्षों वाली ब्लू बेबी को भी इस टीम द्वारा सफलतापूर्वक संचालित किया गया था. जिसे झारखंड राज्य में इस तरह की पहली सर्जरी का श्रेय भी दिया गया था. डॉ. परवेज ने बताया कि जिन 3000 मरीजों का सफलतापूर्वक सर्जरी की गई. उनमें 1877 झारखंड, 594 पश्चिम बंगाल, 376 उड़ीसा, 123 बिहार, 26 उत्तर प्रदेश से थे. सात ही पड़ोसी देशों से भी चार मरीजों ने यहां आकर हार्ट सर्जरी करवाई है. जिनमें नेपाल, बांग्लादेश, अफगानिस्तान और यमन के रहने वाले एक-एक मरीज हैं. इसके अलावे जमशेदपुर और पड़ोसी राज्यों के 56 एनआरआई ने भी यहां अपनी हार्ट सर्जरी करवाई है.बीपीएल श्रेणी के 736 रोगियों की निःशुल्क हुई हार्ट सर्जरी
संवाददाता सम्मेलन में मौजूद तपनी घोष, सुविधा निदेशक बीएनएमएच ने कहा कि बीपीएल, आयुष्मान भारत योजना, आरबीएसके और ईएसआई योजना के तहत हृदय रोगियों की सर्जरी की जाती है. आयुष्मान भारत योजना से लगभग 316 रोगियों का ऑपरेशन किया गया और लगभग 736 रोगियों का ऑपरेशन झारखंड सरकार की बीपीएल योजना जो कि आयुष्मान भारत से पहले की योजना थी जिसके तहत झारखंड सरकार द्वारा प्रदत फंड से ऑपरेशन किया गया. 409 रोगियों का ईएसआई योजना से ऑपरेशन किया गया. उड़ीसा सरकार आरबीएसके योजना द्वारा 205 रोगियों का ऑपरेशन किया गया. [wpse_comments_template]
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