बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हुई है
बिहार में कई इलाके इन दिनों बाढ़ की चपेट में हैं. इससे जनजीवन अस्त-व्यस्त है. इससे बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित हुई है. स्कूल और कोचिंग संस्थान भी बंद हैं. मनिहारी अनुमंडल में भी गंगा नदी किनारे कई गांव बाढ़ में डूबे हैं. मारालैंड बस्ती का भी बुरा हाल है. भौगोलिक रूप से यह गंगा की बेसिन में स्थित है. हर साल यहां बाढ़ आती है तो पूरी की पूरी बस्ती डूब जाती है. इसी मारालैंड बस्ती में रहते हैं कुंदन, पंकज और रविंद्र. तीनों मिलकर इस इलाके में प्राइवेट कोचिंग चलाते हैं. सप्ताह में दो दिन गांव के बच्चों को फ्री में पढ़ाते हैं. इसे भी पढ़ें- बिहार">https://lagatar.in/registration-canceled-by-bihar-government-apply-in-union-jharkhand-by-30-november/">बिहारसरकार की ओर से निबंधन रद्द किए गए यूनियन झारखंड में 30 नवंबर तक करें आवेदन
नाव पर पढ़ाने का फैसला किया
कुछ दिन इन्होंने बांध पर पढ़ाई शुरू की. लेकिन वहां बच्चे, बूढ़े और जानवर सभी आ जाते थे. इससे पढ़ाई में भी बाधा होती थी. तब इन्होंने नाव पर पढ़ाने का फैसला किया. नाव पर पाठशाला शुरू कर दी. बताया जाता है कि इस इलाके में लगभग सभी परिवारों के पास बड़े नाव हैं. यहां के छोटे-छोटे बच्चे भी नाव चलाना और तैरना जानते हैं. इसलिए बच्चों और अभिभावकों को भी परेशानी नहीं होती है. बच्चे पढ़ने के लिए नाव में सवार होकर गंगा की धारा में चले जाते हैं. बांध के दूसरी तरफ नाव को किनारे लगा कर वहीं पढ़ाई करते हैं. शिक्षक रविंद्र कहते हैं कि नाव इस इलाके की लाइफलाइन है. इसलिए नाव पर उन्हें कोई खतरा महसूस नहीं होता. इसे भी पढ़ें- मॉर्निंग">https://lagatar.in/morning-consult-survey-narendra-modi-worlds-number-one-popular-leader-beat-joe-biden-and-boris-johnson-approval-rating-70-percent/">मॉर्निंगकंसल्ट का सर्वे : नरेंद मोदी विश्व के नंबर वन पॉपुलर नेता, जो बाइडेन और बॉरिस जॉनसन को मात दी, अप्रूवल रेटिंग 70 फीसदी [wpse_comments_template]
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