Ramgarh : चट्टूपालू घाटी स्थित काजू बागान के जंगल में बुधवार को मिले युवक के शव की पहचान हो गई है. महावीर सिंह चुंडावत (27 वर्षीय) राजस्थान के राजसमंद जिले के टणका गांव का रहने वाला था. उसने सल्फास खाकर आत्महत्या की थी. महावीर के परिवार वाले बुधवार को ही रामगढ़ पहुंच गए. आज उसके शव का पोस्टमार्टम होगा.
इंदौर से राजस्थान आने की कही थी बात
परिजनों के अनुसार, बी-टेक की पढ़ाई पूरी करने के साथ महावीर इंदौर में काम करता था. 30 नवंबर को वह इंदौर से राजस्थान आने की बात कहकर निकला था. 11 दिसंबर को उसकी शादी होने वाली थी.
घर पर बात करने के बाद उसका मोबाइल ऑफ हो गया और उसका मोबाइल कभी भी ऑन नहीं हुआ. परिवार वालों ने इंदौर में महावीर की गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखवाई थी. वहां पुलिस ने खोजबीन की, लेकिन कुछ पता नहीं चला.
आठ दिन बाद उसका शव घर से करीब 1500 किलोमीटर दूर रामगढ़ में मिला. महावीर ने इतनी दूर आकर आत्महत्या क्यों की, यह एक बड़ा रहस्य बन गया है. रामगढ़ पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है.
टूटे हुए फोन की मदद से की गई शव की पहचान
बता दें कि महावीर के शव के पास से पुलिस को कोई भी सामान या दस्तावेज नहीं मिले थे, जिससे उसकी पहचान हो सके. हालांकि पुलिस को वहां एक टूटा हुआ मोबाइल फोन मिला था, जिसके क्यूआर कोड से आईएमईआई नंबर निकाला गया.
फिर उसके जरिये फोन नंबर पता कर परिवार से संपर्क किया गया. इसमें रियलमी सर्विस सेंटर बिजुलिया के संचालक पीयुष खंडेलवाल ने पुलिस की मदद की, जिसे रामगढ़ एसपी अजय कुमार ने प्रशिस्त पत्र देकर सम्मानित किया.
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