Bokaro: बीएसएल के नगर सेवा विभाग की ओर से सेक्टर-4 के एटवाल कॉलोनी में गुरुवार को अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया. इस दौरान बुलडोजर चलकर 40 झोपड़ियों को ध्वस्त कर दिया गया. बीएसएल की ओर से झोपड़ी में रहने वाले लोगों को सुबह के 11 बजे सामान निकालने के लिए समय दिया. इस बीच सभी लोगों ने घरों से सामान निकाला. उसके बाद एक-एक कर सभी झोपड़ियों को तोड़ना शुरू कर दिया गया. करीब तीन घंटे तक झोपड़ियों को तोड़ने के बाद बीएसएल की टीम निकल गई.
तस्वीरों मेंः बुलडोजर से हटाया जा रहा अतिक्रमण और घरों से अपने सामान बाहर निकालते लोग
कार्रवाई को लेकर किसी भी तरह का विरोध न हो, इसे लेकर जिला पुलिस जवानों की तैनाती की गई थी. बताते चलें कि बीते 29 सितंबर को बीएसएल की अतिक्रमण हटाने वाली टीम पहुंची थी. टीम पर कॉलोनी में रहने वाले लोगों ने हमला कर दिया था. जिसमें बीएसएल के एक अधिकारी को चोट भी लगी थी. इसके बाद से ही इस कॉलोनी में रहने वाले लोगों को अपना आशियाना उजड़ने का डर सताने लगा था. वहीं बीएसएल की ओर से लगातार तीन दिनों तक एटवाल कॉलोनी में अतिक्रमण कर झोपड़ी बनाकर रहने वाले लोगों की झोपड़ियों को तोड़ने की कार्रवाई होगी.
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40 वर्षों से रह रहे लोग
सेक्टर-4 थाना के बगल में बीएसएल कूलिंग पौंड से सटकर बीएसएल की खाली पड़ी जमीन पर बीते 40 वर्षो से बड़ी संख्या में लोग झोपड़ी बनाकर रह रहे हैं, जो शहर में दिहाड़ी मजदूरी कर अपनी जीविका चलाते हैं, लेकिन हाल के वर्षो में झोपड़ी बनाते हुए लोग सेक्टर-4 बीजीएच चौराहा तक पहुंच गए थे. जिसके बाद ही बीएसएल की ओर से 29 सितंबर को एक घर को तोड़ा गया था. उस दिन ही वहां पर पथराव की घटना हुई थी. जिसके बाद बीएसएल के अधिकारी ने लोगों पर मुकदमा दर्ज कराया था. जिसमें पुलिस ने दो लोगों को जेल भेजा था.
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पर्व में हो गए बेघर
झोपड़ी टूटने के बाद कई लोग अपने घरों के सामान को समेट रहे थे. इस दौरान पार्वती देवी ने बताया कि अभी दुर्गा पूजा शुरू होने वाला है. ऐसे में उनका आशियाना उजड़ गया. अब अचानक कहां जाएं समझ में नहीं आ रहा है. इस तरह कई परिवार इस कार्रवाई से सड़क पर आ गए हैं. जिसके आंसू पोंछने वाला कोई नज़र नहीं आया.