Bokaro : डालमिया सीमेन्ट प्रबंधन ने कुछ रैयतों की ओर से फैक्ट्री के गेट पर किये गए धरना-प्रदर्शन को पूर्व में प्रशासन व प्रबंधन के बीच हुई वार्ता में लिये गए निर्णय और शर्तों का उल्लंघन बताया है. साथ ही कुछ स्वार्थी तत्वों पर सीधे-सादे ग्रामीणों को गुमराह करने का आरोप लगाया है. प्रबंधन की ओर से मंगलवार को जारी एक विज्ञप्ति में बताया गया कि डालमिया सीमेंट फैक्ट्री गेट पर रोजगार को लेकर कुछ भू-मालिकों ने प्रदर्शन किया. जबकि, जिनकी भूमि मूल रूप से सेल की स्थापना के लिए अधिग्रहित की गई थी, तब उन्हें उचित मुआवजा भी दिया गया था.
बालीडीह के थाना प्रभारी राम प्रवेश ने सभी दस्तावेजों, तथ्यों और आंकड़ों को देखने के बाद प्रदर्शनकारियों को स्पष्ट किया कि कंपनी ने 29.11.2021 को आयोजित बैठक की सभी सहमत शर्तों को बरकरार रखा है, जिसमें विशेष रूप से भूमि मालिकों को संविदात्मक रोजगार देने का उल्लेख है. अधिकांश लोग पहले के लिए गए निर्णय का सम्मान करते हुए पहले प्रोजेक्ट और फिर प्रोजेक्ट समाप्ति के बाद ऑपरेशन में संविदा में सेवा करते आ रहें हैं. लेकिन कुछ लोगों ने निहित स्वार्थ के लिए सीधे-सादे ग्रामीणों को गुमराह किया और कंपनी के बारे में गलत जानकारी फैलाकर लोगों को अनुचित मांगों के लिए उकसाना शुरू कर दिया.
डालमिया सीमेन्ट प्रबंधन ने बताया कि बियाडा ने डालमिया सीमेंट के बोकारो प्लांट लाइन-2 सेट-अप के लिए 15.75 एकड़ जमीन आवंटित की थी. भू-स्वामियों की चिंताओं को कम करने के लिए कंपनी ने जिला प्रशासन और भू-मालिकों के साथ प्रत्येक भूखंड के मालिक को एक संविदात्मक नौकरी प्रदान करने के लिए एक समझौता किया, ताकि वे अपनी आजीविका जारी रख सकें. इस प्रकार लगभग 44 लोग परियोजना स्थल पर कार्यरत थे. प्रबंधन का कहना है कि स्थानीय युवाओं को प्राथमिकता देते हुए संयंत्र अभी भी संबंधित एजेंसियों में शामिल कर उन्हें सक्षम बनाने के लिए तैयार है. साथ ही भविष्य में उनकी योग्यता, अनुभव और कौशल के आधार पर इकाई में किसी भी रिक्त पदों पर शामिल किया जायेगा.
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