Bokaro : चास व चंदनकियारी क्षेत्र में अवैध लकड़ी कारोबारी फिर से सक्रिय हो गए है. चोरी छिपे वाहनों से कीमती लकड़ी बंगाल सहित विभिन्न टिंबरो में भेजे जाने का मामला प्रकाश में आ रहा है. हालांकि पिंड्राजोरा मार्ग पर विभाग की ओर से चेकनाका भी बनाया गया है, लेकिन इसके बावजूद अवैध लकड़ी लदे गाड़ियां बंगाल के टिंबरो में पहुंच रहे हैं. इस बाबत वन क्षेत्र पदाधिकारी अलख निरंजन तिवारी ने मोर्चा संभालते हुए स्वंय चेक नाका के मोनिटरिंग में जुट गए हैं. उन्होंने बताया कि कुछ क्षेत्रों से लकडी गाडी निकलने की सूचना मिल रही है, जिसको लेकर नाका को पूरी तरह दुरुस्त कर दिया गया है. खबर के मुताबिक लकड़ी तस्करों का नेटवर्क बंगाल तक फैला हुआ है, सीमावर्ती इलाके से लकड़ियों की ढुलाई धडल्ले से हो रही है.
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यहां होती हैं जंगलों की कटाई
पिंड्राजोरा, नारायणपुर सहित बंगाल बार्डर के समीप वन तेजी से कट रहा है. प्रतिदिन इन वनों से कीमती लकडियां विभिन्न वाहनों से बाहर निकल रहा है. बोकारो के टिंबरो में भी तस्करी की लकड़ियां देखी जा रही है. मामले को लेकर पूर्व में स्थानीय लोगों ने वन विभाग के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया था, जिसको लेकर चेकनाका को आनन फानन में दुरूस्त किया गया. विगत दस दिनों से चेकनाका पूरी तरह ध्वस्त है. वहीं अधिकारियों का कहना है कि इस ओर जांच करते हुए कार्रवाई करेंगे. बगैर कागजात के एक भी लकड़ी लदा वाहन यहां से आगे नहीं जाने देने के सख्त निर्देश दिये गये हैं.
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