Bokaro : भारत में टीबी की स्थिति एवं मीडिया की भूमिका पर 26 अप्रैल को को चास स्थित होटल राजदूत में मीडिया राउंड टेबल कार्यशाला का आयोजन किया गया. कार्यशाला को संबोधित करते हुए जिला यक्ष्मा पदाधिकारी एसएम जफररुल्लाह ने कहा कि कार्यशाला आयोजित करने का मुख्य उद्देश्य जिला को टीबी मुक्त बनाने के संदेश को जन-जन तक पहुंचाना है. जिला पंचायती राज पदाधिकारी के सहयोग से जिले के सभी पंचायतों को टीबी मुक्त करने के लिए ब्लॉक एवं पंचायत स्तर पर अभियान शुरु किया जा रहा है. विगत कई वर्षों से मीडिया टीबी मुक्त भारत अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है. इस अभियान में सरकार और मीडिया परस्पर सहयोगी है. मीडिया के बदौलत लोगों को टीबी के बारे में जागरूक किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि टीबी बीमारी से उन्मूलन का लक्ष्य भारत सरकार ने वर्ष 2025 निर्धारित कर रखा है. टीबी एक जीवाणुजनित रोग है, जो हवा से फैलता है. इस रोग के जीवाणु श्वसन तंत्र पर हमला करता है. यह बीमारी सिर के बाल और नाखून को छोड़कर शरीर के किसी भी अंग में हो सकता है. सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों पर टीवी की मुफ्त जांच और दवाइयां दी जाती है. साथ ही इलाज के दौरान टीबी मरीजों के खाते में सरकार की ओर से पौष्टिक आहार खरीदने के लिए प्रतिमाह पांच सौ रुपए दिए जाते हैं. कार्यशाला में शामिल हुए मीडिया कर्मियों समेत अन्य विभाग के कर्मियों को यक्ष्मा पदाधिकारी ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया. मौके पर रिच संस्था की स्टेट लीडर सुश्री एनिमा किस्कू, जिला रणनीतिकार रंजन, डीपीसी हेमंत कुमार झा, डिस्ट्रिक्ट पीपीएम को-ऑर्डिनेटर नितिन कुमार सिंह, टीबी चैंपियन महेश्वर प्रसाद सिन्हा और ओम नाथ कुमार उपस्थित थे. यह">https://lagatar.in/wp-admin/post.php?post=619544&action=edit">यह
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बोकारो : देश को टीबी-मुक्त बनाने के अभियान में मीडिया की भूमिका अहम: यक्ष्मा पदाधिकारी
