कस्टोडियन बीसीसीएल ने जिंदल स्टील को किया हैंड ओवर
Bokaro : बोकारो जिले के चंदनकियारी पर्वतपुर कोल ब्लॉक का पूर्ण स्वामित्व 1 अगस्त को जिंदल स्टील को मिल गया. धनबाद के भौंरा स्थित बीसीसीएल एजे एरिया के जीएम कार्यालय में बीसीसीएल ने जिंदल स्टील के अधिकारियों को कोल ब्लॉक हैंड ओवर लिया. मालूम हो कि भारत सरकार के कोल मंत्रालय ने पर्वतपुर कोल ब्लॉक से कोयला उत्पादन का काम जिंदल स्टील को सौंपा था. उसके बाद से इस बंद कोल ब्लॉक की कस्टोडियन बीसीसीएल की ओर से जिंदल स्टील को सौपने की प्रकिया शुरू हो गई थी, जिसे 1 अगस्त को पूरा कर लिया गया.लग गया जिंदल का बोर्ड, सुरक्षा गार्ड तैनात
इधर, पर्वतपुर कोल ब्लॉक का दस्तावेज मिलते ही जिंदल स्टील ने मेन गेट पर जिंदल स्टील का बोर्ड लगा दिया. इसके अलावा जिंदल स्टील प्रबंधन ने अपनी सुरक्षा एजेंसी एसआईएस के गार्ड को मुख्य गेट पर तैनात कर दिया है. इस हस्तानांतरण में बीसीसीएल के जीएम निर्झर चक्रवर्ती, परियोजना पदधिकारी एन प्रसाद, जिंदल स्टील के जीएम राजीव कुमार, प्रभात कुमार, प्रदीप कुमार समेत कई अधिकारी मौजूद थे.जल्द शुरू होगा उत्पादन, बढ़ेंगे रोजगार के अवसर
बीते 8 साल से बंद पडे पर्वतपुर कोल ब्लॉक के जिंदन को दिए जाने से इसके चालू होने की संभावना बढ गई है. कोल ब्लॉक बीसीसीएल के कस्टोडियन में था. मालूम हो कि वर्ष 2007 में यह कोल ब्लॉक इलेक्ट्रोस्टील कास्टिंग लिमिटेड के अधीन था. 2007 में यहां कोयले का उत्पादन शुरू हुआ था. लेकिन वर्ष 2015 में सुप्रीम कोर्ट ने देश के कई कोल ब्लॉक के आवंटन की प्रक्रिया को अवैध करार देकर रद्द कर दिया था. उसमें यह कोल ब्लॉक भी शामिल था. उसी समय कोयला मंत्रालय के निर्देश पर 31 मार्च 2015 को बीसीसीएल ने इस कोल ब्लॉक को अपनी कस्टडी में लिया था. वर्ष 2016 को इसे सेल को दिया गया, लेकिन सेल ने खनन से इंकार कर दिया. तब बीसीसीएल को कस्टोडियन बना दिया गया. अब जिंदल को मिलने से इसके चालू होने की संभावना बढ गई है. इसके चालू होने से क्षेत्र के हजारों लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा. कोल ब्लॉक के बंदी के मार झेल रहे बेरोजगार मजदूर रैयतों में रोजगार की आस जगी है. यह">https://lagatar.in/wp-admin/post.php?post=717830&action=edit">यहभी पढ़ें: बोकारो : शराबियों ने युवक के पेट में टूटी बोतल घुसेड़ा, हालत गंभीर [wpse_comments_template]
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