Bokaro : आजसू के बोकारो जिला प्रवक्ता ओम प्रकाश सहगल पदभार संभालते ही आक्रामक नजर आ रहे हैं. उन्होंने बयान दिया है कि पूर्व विधायक योगेंद्र महतो अपनी लुटिया डूबते देख तिलमिला उठे हैं. खिसियानी बिल्ली खंभा नोच की कहावत को चरितार्थ करते हुए सूबे की झामुमो सरकार को भाषायी विवाद पर नसीहत देने की बजाए, गोमिया विधायक डॉ. लंबोदर पर अनर्गल आरोप मढ़ रहे हैं, जबकि डॉ लंबोदर ने प्रेस कांफ्रेंस में खुली चुनौती देते हुए कहा था कि वे टीवीएनएल की करतूतों की जांच की मांग को लेकर हाथ में तख्ती थामकर भाजपा विधायकों से अन्यत्र विधानसभा की सीढ़ी पर बैठे थे. अपनी लुटिया डूबते देख तिलमिला उठे हैं पूर्व विधायक सहगल ने कहा कि योगेंद्र महतो दृष्टिदोष से पीड़ित हैं, उन्हें चश्मे की पावर बढ़ाने की जरूरत है. डॉ. लंबोदर ने हेमंत सरकार द्वारा तीनों भाषाओं को विगत 24 दिसंबर को थोपने के अगले दिन 25 दिसंबर को खोरठा दिवस पर इसके विरुद्ध आवाज बुलंद की. इस क्षेत्र की जनता जानती है कि भूमिपुत्र डॉ. लंबोदर का चरित्र स्फाटिक की तरह स्वच्छ एवं पारदर्शी है. उन्हें विद्वत्ता, निपुणता व विशिष्टता के लिए ग्लौरी ऑफ इंडिया और सर्टिफिकेट ऑफ एक्सीलेंस जैसे अंर्तराष्ट्रीय स्तर के पुरस्कारों से नवाजा गया है. डॉ. लंबोदर गोमिया की जनता का गरिमा एवं गौरव को उच्च शिखर तक ले जाने के लिए हमेशा अग्रसर रहे हैं. जनता बेहतर जानती है कि किसने गोमिया को कलंकित एवं किसने उत्कृष्ट किया? आगामी विधानसभा में गोमिया को कलंकित करने वालों का जीतना तो दूर जनता जमानत जब्त करवा देगी. यह">https://lagatar.in/wp-admin/post.php?post=236211&action=edit">यह
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बोकारो : जिला प्रवक्ता बनते ही आक्रामक हुए ओमप्रकाश सहगल

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