Bokaro : भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे बोकारो जिला क्रिकेट संघ के कथित पदाधिकारियों व उनके शागिर्दों की ओर से मामले में मुकदमा दर्ज करने वाले एक खिलाड़ी पर अब लगातार दबाव बनाया जा रहा है. पुलिस में लिखित शिकायत दर्ज कराने वाले खिलाड़ी अंशुमन पर केस वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा है. इस बात का खुलासा अंशुमन से आपसी बातचीत के कुछ ऑडियो से हुआ है.
क्या है ऑडियो में
बातचीत के दौरान अंशुमन को फोन करने वाला व्यक्ति कर रहा है कि, ‘तुमको केस वापस ले लेना चहिए. क्योंकि, पूरा माहौल बिगड़ गया है, आगे का सब काम रुका हुआ है. तुम जाकर केस वापस ले लो, तुमको पैसा मिल ही जाएगा’. जबकि, एक व्यक्ति उससे यह कह रहा है कि, ‘तुम्हें मीडिया में जाने की क्या जरूरत थी? तुम केस वापस ले लो. तुम्हें प्रसिद्धि चाहिए? नेतागिरी कर रहा है? ‘.
अंशुमन से हुई चार लाख रुपये की मांग
यूपी के देवरिये के रहने वाले अंशुमन ने क्रिकेट संघ से जुड़े संतोष पासवान नामक व्यक्ति के विरुद्ध बोकारो के हरला थाना में लिखित शिकायत दर्ज़ करावाई है. अंशुमन का कहना है कि बोकारो जिला क्रिकेट एसोसिएशन के सहायक सचिव संतोष कुमार ने खेलने के एवज में उससे चार लाख रुपये की मांग की. इसके एवज में उसने चार किश्तों में उसे एक लाख 90 हजार रुपये दिये. इसके बाद भी उसका चयन नहीं हुआ. इसके लिए उससे ढ़ाई लाख रुपये और देने को कहा गया. जिसे देने में वह असमर्थ था. फिर उसने पैसे वापस करने को कहा. लेकिन, उसे पैसे वापस नहीं मिले और 31 जनवरी 2023 को उसने हरला थाने में एफआईआर दर्ज कराई.
83 हजार रुपये की हुई वापसी
अंशुमन सिंह ने बताया कि उसने जब पुलिस में शिकायत की और वापस घर चला गया तो सुलह के लिए बोकारो जिला क्रिकेट संघ ने लखनऊ के रहने वाले एक लड़को को हायर किया. उसने मुझे 48 हजार रुपये नगद और 35 हजार रुपये का चेक दिया. कहा कि केस वापस ले लो, उसके बाद बाकी के पैसे वापस मिल जाएंगे. इसी 2 अप्रैल को मुझे अपने से टिकट बनवाकर अपने साथ बोकारो लाया. उसने बोकारो के एसपी ऑफिस और हरला थाने में 83 हजार रुपये वापस देने की बात बता दी है. लेकिन, बाकी के पैसे अभी तक वापस नहीं मिले हैं. अब उस पर केस वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा है.