Kasmar (Bokaro) : सहयोगिनी संस्था की ओर से गुरुवार को कसमार प्रखंड की टांगटोना व दुर्गापुर पंचायत में साइबर ठगी पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. लोगों को साइबर ठगी से बचाव का तरीका भी समझाया गया. सहयोगिनी संस्था की प्रशिक्षिका प्रतिमा सिंह ने कहा कि साइबर ठग खासकर लड़कियों व महिलाओं को भावनात्मक जाल में फंसा कर अपना शिकार बनाते हैं. वे झांसा देकर बैंक खाते से संबंधित निजी जानकारी हासिल कर लेते हैं और चंद मिनट बाद ही खाते से पैसे उड़ा लेते हैं. वे अलग-अलके तरीके से लोगों को डराते व प्रताड़ित करते हैं.
प्रशिक्षण के दौरान बताया गया कि डिजिटल अरेस्ट के लिए अचानक फोन कॉल आता है, जिसमें कॉलर को साइबर ठग डरा-धमकाकर उससे पैसे की ठगी करते हैं. कई बार लोगों को निशाना बनाने के लिए फोन कॉल रिश्तेदारों व दोस्तों के नाम पर भी भी किया जाता है. साइबर अपराधियों के इन तरीकों से सभी को बचाना है. उन्होंने कहा कि विशेष कर महिलाएं व लड़कियां सोशल मीडिया व स्मार्टफोन का उपयोग सावधानी पूर्वक करें. यदि किसी को इस तरह का कॉल आता है, या सोशल मीडिया के माध्यम से ब्लैकमेल करने का प्रयास किया जाता है, तो केंद्र सरकार के साइबर सेल व टोल फ्री नंबर 1930 पर तुरंत कॉल करें. स्थानीय पुलिस की भी मदद लें. सहयोगिनी के समन्वयक प्रकाश कुमार महतो ने बताया कि साइबर अपराध से बचने के लिए जानकारी ही सबसे बड़ा बचाव है. साइबर अपराध के विभिन्न प्रारूप है, जिसमें साइबर स्टॉकिंग, बाल प्रोनोग्राफी, पासवर्ड फिशिंग, फिरौती, ऑनलाइन वित्तीय धोखाधड़ी, हैकिंग, डिजिटल अरेस्ट जैसे मामले आम हो गए हैं. मौके पर संस्था की रेखा देवी, संगीता देवी, विनीता देवी व अन्य लोग उपस्थित थे.
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