Dinesh Kumar Pandey Bokaro : बोकारो एयरपोर्ट से कमर्शियल सेवा विमान सेवा जल्द शुरू करने में कुछ अड़चनें आड़े आ रही है. वैसे हवाई अड्डा बनकर तैयार है. यह हवाई अड्डा बीएसएल निजी निजी उपयोग में लाती थी, लेकिन अब इसके कमर्शियल इस्तेमाल के लाइसेंस हासिल करने के लिए बीएसएल डायरेक्ट्रेट जेनरल ऑफ सिविल एविएशन (डीजीसीए) को आवेदन देगी. इसकी प्रक्रिया पूरी की जा चुकी है. आवेदन के बाद एयरपोर्ट के सुरक्षा मानकों का निरीक्षण करने का प्रावधान है. डीजीसीए का नियम है कि एयरपोर्ट सुरक्षा मानकों के अनुरूप विकसित होना चाहिए. दूसरी ओर झारखंड रिन्यूएबल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी (जेड़ा) बिजली की वैकल्पिक व्यवस्था के लिए सौर ऊर्जा से बिजली आपूर्ति करेगा. इसके लिए एयरपोर्ट का आधिकारिक निरीक्षण किया जा चुका है. डीजीसीए की टीम सुरक्षा मानकों को देखती है डीजीसीए नागर विमानन मंत्रालय का एक नियामक संस्था है, जो दुर्घटनाओं की जांच करता है. यही टीम सुरक्षा मानकों को देखती है. डीजीसीए की टीम निरीक्षण के क्रम में इस एयरपोर्ट को और बेहतर बनाने का निर्देश दे सकती है. बीएसएल जब कमर्शियल उड़ान के लिए आवेदन देगी तो डीजीसीए की टीम जांच के बाद एयरपोर्ट अथॉरिटी को लाइसेंस निर्गत करेगी. उसके बाद ही कमर्शियल विमान उड़ान भर सकेगा. इस स्थिति को देखते हुए लगता है कि अभी उड़ान भरने में और भी समय लगेगा. बता दें कि यूरोपियन इंजीनियरों ने मोबाइल एटीसी का इंस्टाइलेशन कर फ्रिक्वेंसी मैचिंग का काम सफलतापूर्वक किया है. प्रतीक्षालय, टिकट चेकिंग और यात्रियों की जांच प्वाइंट का कार्य लगभग पूरा किया जा चुका है. एयरपोर्ट में प्रवेश तथा निकास द्वार का कार्य भी पूरा हो चुका है, बावजूद अभी भी उड़ान भरने में अड़चनें हैं. Edited by Baidyanath Jha यह">https://lagatar.in/wp-admin/post.php?post=236711&action=edit">यह
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बोकारो : कमर्शियल हवाई उड़ान में अभी भी अड़चन, एयरपोर्ट तैयार

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