Bokaro : विश्व आदिवासी दिवस पर मंगलवार को झांकी निकाली गई. यह झांकी चास के आईटीआई मोड़ स्थित सिद्धू कानू चौक से जोधाडीह मोड, चंदनक्यारी रोड होते हुए विस्थापित चौक तक झांकी निकाली गई. झांकी की शुरुआत सिद्धू कानू चौक पर सिद्धू कानू की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया गया. इस दौरान आदिवासी समुदायों ने आदिवासी कलाकृति व नृत्य संगीत की प्रस्तुति करते हुए झांकी में शामिल होकर विश्व आदिवासी दिवस मनाया.
इस झांकी में शामिल महादेव डूंगरिया ने कहा कि 1990 में आदिवासी दिवस घोषित किया गया था. जिसके बाद आदिवासियों को एक पहचान मिली और आदिवासी कलाकृति और इसकी संस्कृति को बचाए रखनी चाहिए. उन्होंने कहा कि आदिवासी का प्रकृति ही पहचान है, जिसे किसी भी हालत में हमें खोना नहीं चाहेंगे.
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