नावाडीह के बोरवाडीह की घटना, दुकान चलाता था सुरेश महतो
Nawadih : नावाडीह थाना क्षेत्र के बोरवाडीह गांव निवासी परमेश्वर महतो के तीस वर्षीय पुत्र सुरेश महतो ने अपनी दुकान में फांसी के फंदे पर झूलकर जान दे दी. घटना 25 जुलाई मंगलवार देर रात की बताई जाती है. सुरेश महतो की पत्नी चिन्ता देवी मायके गई थी. नावाडीह के एएसआई जयशीष शर्मा बुधवार की सुबह दलबल के साथ मौके पहुंचे और शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पतला चास भेज दिया. पुलिस ने पत्नी के बयान पर अस्वाभाविक मौत का मामला दर्ज किया है.
बताया गया कि पत्नी चिन्ता देवी सोमवार की सुबह अपने मायके गई थी. वहां उसकी भाभी अस्पताल मे भर्ती थी. वह अपने दोनों बच्चों कृष्ण कुमार 8 वर्ष और सोनम कुमारी 5 वर्ष को पति के पास छोड गई थी. सुरेश महतो ने मंगलवार को उसे फोन लौटने को कहा, लेकिन पत्नी ने एक-दो दिन बाद घर लौटने की बात कही. जब पत्नी नहीं लौटी तो सुरेश अपनी पुत्री सोनम कुमारी को दादी के पास खाना खिलाकर सुला दिया और पुत्र कृष्ण कुमार को साथ लेकर दुकान पर सो गया. बुधवार की सुबह पुत्र उठा तो पिता का शव दुकान के एसबेस्टस शीट पर लगे लोहे के पाइप पर रस्सी के सहारे झूलते पाया. उसने बाहर निकलकर शोर मचाया तो ग्रामीणों भी भीड़ जुट गई. सूचना मिलते ही उत्पाद एंव मद्य निषेध मंत्री बेबी देवी, प्रमुख पूनम देवी, उपप्रमुख हरिलाल महतो, जिप सदस्य फूलमती देवी, मुखिया गायत्री देवी आदि मौके पर पहुंचे और परिजन को ढांढस बंधाया.
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