07 जुलाई को मैथन में भूख हड़ताल करने की दी चेतावनी
Bokaro Tharmal : डीवीसी मुख्यालय प्रबंधन के पेंशन संबंधी नये आदेश के खिलाफ पेंसनर कर्मचारियों ने 4 जुलाई मंगलवार को बोकारो थर्मल प्लांट गेट के समक्ष विरोध-प्रर्दशन किया. इस दौरान स्थानीय प्रबंधन को एक स्मार पत्र सौंपा गया. वक्ताओं ने कहा कि डीवीसी प्रबंधन ने नौ बैंकों से हटाकर केवल दो बैंक एसबीआई व पीएनबी से पेंशन लेने वालों का पेंशन भुगतान कर दिया. यह घोर व डीवीसी एक्ट के विरुद्ध है. कहा कि प्रबंधन के सदस्य वित्त ने डीवीसी एक्ट के विरुद्ध, बिना बोर्ड से अनुमोदन लिए व बिना यूनियन के साथ चर्चा के सीपीपीसी का एकतरफा एग्रीमेंट कर लिया है. यह पेंसनर के साथ बड़ा धोखा है. यह निजीकरण का एक सुनियोजित प्लान है. इस प्रदर्शन के बाद भी यदि प्रबंधन सीपीपीसी को वापस नहीं लेती है तो 07 जुलाई को मैथन में भूख हड़ताल किया जाएगा. इस सामूहिक प्रदर्शन में सदन सिंह, बृजकिशोर सिंह, आरएस पांडेय, मो.फरीद, राज कुमार रजक, रामलाल पासवान, पीसी मेहता, एके देव, राजेंद्र राम, अवधेश सिंह, शिवकुमार पासवान, देवनील कर्न, गजाली मोइद, एसएन चौधरी, मानस महापात्रा, राजबली यादव, केके तिवारी, वरुण प्रसाद, रामजी प्रसाद, तारकेश्वर राम, राम नारायण सहित सैकड़ों सदस्य उपस्थित थे.क्या है सीपीपीसी पेंशन योजना
सेवानिवृत्त कर्मियों या मृतक के आश्रितों को डीवीसी अपने स्तर से पेंशन राशि का भुगतान कर रही थी, लेकिन अब सीपीपीसी (सेंट्रलाइज पेंशन प्रोसेसिंग सेंटर) के तहत संबंधित बैंकों की ओर से भुगतान किया जाएगा. यदि किसी पेंसनर की मृत्यु हो जाती है तो फैमिली पेंशन के लिए अब बैंक जाना होगा. सारा काम बैंक करेगा, एवरेज टैक्स भी काटेगा, जबकि ज्यादातर पेंसनर टैक्स के दायरे में नहीं आते है, उनसे भी बैंक टैक्स काटेगा. यह">https://lagatar.in/wp-admin/post.php?post=687969&action=edit">यहभी पढ़ें: बेरमो : मुआवज़े के आश्वासन के बाद सड़क जाम हटा [wpse_comments_template]
Leave a Comment