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बोकारो थर्मल : मॉनसून की बेरुखी से खेतों में सूखने लगे बिचड़े

चिंतित किसान निहार रहे आसमान
Bokaro Tharmal : कमजोर मानसून में खेतों में बिचड़ा डालकर किसान चिंतित हैं. मानसून की शुरुआती दिनों में अच्छी बारिश देखकर किसानों ने धान की बुवाई कर दी थी, लेकिन रोपा के समय बारिश के नहीं होने से परेशानी बढ़ गई है. बेरमो के नावाडीह, गोमिया, चंद्रपुरा, पेटरवार के इलाके में कहीं बुआई हुई है, तो कहीं आधी-अधूरी है. जुलाई माह में बोए गए बाजरा, ग्वार, मूंगफली व अन्य दलहनी फसलों की जड़े निकलनी शुरू हो गई है, लेकिन वर्षा नहीं हो रही है. कृषि विभाग का खरीफ बुआई का लक्ष्य भी कोसों दूर है.

            किसान परेशान न हों : कृषि पदाधिकारी

[caption id="attachment_706302" align="aligncenter" width="300"]https://lagatar.in/wp-content/uploads/2023/07/Kisan-222-1-300x200.jpg"

alt="" width="300" height="200" /> सूखते बिचड़े के पास बैठा परेशान किसान[/caption] कृषि पदाधिकारी बिनोद जायसवाल कहते हैँ कि शुरुआती दौर में मानसून की गति धीमी है, मगर पैदावार में कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है. पैदावार अच्छी होगी. मौसम विभाग की भविष्यवाणी के अनुसार आगे अच्छी बारिश होने वाली है. पूरे उतरी छोटानागपुर में जुलाई के 15 दिन में 16.26 एमएम ही बारिश हुई थी. इससे समय पर धान के बिचड़े नहीं डाले गये. अरहर, उड़द, मूंग बाजरा व मक्का आदि की खेती भी पिछड़ गयी है. ऊपरघाट के अधिकांश नौ पंचायतों के किसान भगवान के भरोसे एक-दो दिनों से खेतों में धान का बिचड़ा डाल रहे हैं. किसान नुनूचंद महतो, नंदलाल महतो, थानूलाल महतो, सितेश रंजन, गंगाराम महतो व तुलसी महतो कहते हैं कि अरहर, उड़द, मूंग बाजरा व मक्का आदि के बीज डाल दिए हैं, धान का बिचड़ा डर-डर के डाल रहे हैं. अगर पानी नहीं गिरा तो पैसा और मेहनत दोनों बेकार हो जाएगी. यह">https://lagatar.in/wp-admin/post.php?post=705869&action=edit">यह

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