जिला विधिक सेवा प्राधिकार के न्याय सदन में कार्यशाला का आयोजन
Bokaro : राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकार के निर्देशानुसार प्रधान जिला न्यायाधीश कुमारी रंजना अस्थाना की अध्यक्षता में 30 जुलाई को न्याय सदन सभागार में डिस्ट्रिक्ट लेवल मल्टी टास्क होल्डर कंसल्टेशन विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया. कार्यशाला में प्रधान जिला न्यायाधीश कुमारी रंजना अस्थाना, उपायुक्त कुलदीप चौधरी, एसपी प्रियदर्शी आलोक, प्रधान न्यायाधीश आलोक कुमार दुबे, न्यायविद् अनुज कुमार व राजीव रंजन ने संयुक्त रूप से दीप जलाकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया. इस अवसर पर विभिन्न विभाग के न्यायिक पदाधिकारी, अधिवक्ता, सदस्य, पदाधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे. प्रधान जिला न्यायाधीश कुमारी रंजना अस्थाना ने कहा कि पोक्सो एक्ट लागू हुए दस वर्ष से अधिक समय हो चुका है. इसके बावजूद हमारे देश और समाज में बच्चों के प्रति लैंगिक अपराधों में कमी नहीं हो पाई है. बच्चों को लैंगिक अपराधों से बचाने के लिए कानून के साथ-साथ इसके सभी स्टेकहोल्डर्स को भी संवेदनशील होकर कार्य करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि अपने बच्चों के प्रति हर छोटी बड़ी समस्या के बारे में पूछे और उनसे मित्रता पूर्वक व्यवहार करें. ताकि, बच्चों को अपने माता-पिता के प्रति किसी भी तरह का भय न रहे.
बच्चों के प्रति लैंगिक अपराध गंभीर चिंतन का विषय : उपायुक्त
उपायुक्त ने कहा कि बच्चों के प्रति लैंगिक अपराध समाज के लिए गंभीर चिंतन का विषय है. समाज को जागरूक होने की जरूरत है. इसमें पोक्सो अधिनियम से संबंधित सभी स्टेकहोल्डर्स को एक मंच पर उपस्थित होकर इस अधिनियम की बारीकियों के बारे में समझ बढ़ाने का एक अवसर प्रदान किया गया है. पुलिस अधीक्षक प्रियदर्शी आलोक ने कहा कि पोक्सो अधिनियम के तहत विभिन्न प्रकार के अपराधों के लिए कठोर दंड प्रदान करने का अधिनियम बनाया गया है. बच्चों को इस प्रकार के गंभीर और जघन्य अपराध से बचाने की जरूरत है. उन्होंने कार्यशाला में उपस्थित सभी पुलिस अधिकारी एवं थाना प्रभारी को सही समय पर चार्जशीट कोर्ट में प्रस्तुत करने का निर्देश भी दिया. ताकि इस तरह के जघन्य अपराध करने वालों को सजा मिल सके.
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