Bokaro : नया मोड़ बिरसा चौक के समीप जिला स्तरीय भर्ती में अंगिका, मगही और भोजपुरी भाषा को शामिल किए जाने के खिलाफ आक्रोशित युवाओं ने हेमंत सरकार का पुतला फूंका. पुतला दहन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए युवाओं ने कहा कि हेमंत सरकार ने 23 दिसंबर को नोटिफिकेशन जारी कर क्षेत्रीय भाषा के रूप में अंगिका, मगही और भोजपुरी को जिलावार नियुक्तियों में शामिल किया, जो सरासर झारखंड की संस्कृति और भाषा का अपमान है. राज्य में सिर्फ 5 प्रतिशत लोग ही अंगिका, भोजपुरी और मगही बोलते हैं. राज्य सरकार जब तक इन तीनों भाषाओं को नहीं हटाती तब तक आंदोलन जारी रहेगा. युवाओं ने कहा कि झारखंड आंदोलनकारियों ने लंबी लड़ाई लड़कर झारखंड को अलग राज्य बनाया. इसके पीछे वजह ये थी कि झारखंड के मूल निवासियों व आदिवासियों को अधिकार मिले. जिलावार नियुक्तियों में अंगिका, मगही व भोजपुरी को शामिल किया जाना इस बात का परिचायक है कि झारखंड की संस्कृति, भाषा और युवाओं का शोषण किया जा रहा है. मौके पर तीर्थ नाथ, सचिन महतो, अरविंद कुमार साहू, प्रदीप कुमार वीरेंद्र कुमार मौजूद थे. यह भी पढ़ें : बोकारो">https://lagatar.in/bokaro-district-epidemiologist-case-caught-fire-health-minister-took-cognizance/">बोकारो
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बोकारो : युवाओं ने हेमंत सरकार का फूंका पुतला

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