Pancham Prasad
Simdega / Kolebira : सिमडेगा जिला के कोलेबिरा ब्लॉक कॉलोनी स्थित आवास के बाहर कुछ बच्चे खेल रहे थे, तभी एक भालू ने बच्चों पर हमला कर दिया. 17 साल का चिंतन बुढ़ भालू से डरा नहीं और भिड़ गया. वह लहूलुहान हो गया, मगर हिम्मत नहीं हारी, अंत तक भालू से लड़ता रहा. चिंतन के हौसले के आगे भालू हार गया और वहां से जंगल की ओर भाग गया. लोग चिंतन के हिम्मत और हौसले की तारीफ कर रहे हैं. कह रहे हैं कि चिंतन हिम्मत हार जाता तो शायद वह जिंदगी की जंग भी हार सकता था.
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भालू के भागने के बाद परिवार और कॉलोनी के लोग चिंतन को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कोलेबिरा पहुंचे. जहां उसका इलाज चल रहा है. जैसे ही भालू के हमले की जानकारी वन विभाग की टीम को मिली. तत्काल अस्पताल पहुंचे पीड़ित के परिजन को 5000 रुपये प्राथमिक इलाज के लिए दिये. वहीं कोलेबिरा मुखिया अंजना लकड़ा, जिला परिषद अध्यक्ष रोज प्रतिमा सोरेन और वन विभाग के वनरक्षी भी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे. वनरक्षी ने कहा कि कोलेबिरा प्रखंड कार्यालय और आवासीय परिसर से जंगल बहुत नजदीक है, जिस कारण विचरण करते हुए हाथी-भालू एवं अन्य वन्य प्राणी आवासीय परिसर तक पहुंच जाते हैं. वन विभाग की टीम इसे लेकर हमेशा मुस्तैद रहती है, ताकि कोई अप्रिय घटना ना घटे.
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