Shailesh Singh
Kiriburu : भाकपा माओवादियों ने सारंडा जंगल के सुदूरवर्ती गांवों के मतदाताओं को बूथ स्थल पर जाने से रोकने के लिए रात से ही प्रयास तेज कर दिया है. इसी क्रम में नक्सलियों ने 13 मई की अहले सुबह सारंडा जंगल के छोटानागरा थाना व दीघा पंचायत अंतर्गत हतनाबुरु-मारंगपोंगा के बीच मुख्य ग्रामीण सड़क पर दो जगह पेड़ काटकर गिरा दिया है. इतना ही नहीं नक्सलियों ने चुनाव बहिष्कार से संबंधित बैनर भी लगाया है. पेड़ गिरने से उक्त मार्ग पर आवागमन ठप हो गया है. साथ ही ग्रामीणों में भय का भी माहौल है.
इसी मार्ग से सोनापी स्थित मतदान केंद्र जाते हैं मतदाता
नक्सलियों ने जिस स्थान पर पेड़ काटा है, वहां सड़क के एक तरफ ऊंची पहाड़ी है. वहीं दूसरी तरफ गहरी खाई और नदी है. इसकी वजह से उस रास्ते से बाइक भी पार नहीं हो पा रहा है. सारंडा के कई गांवों में जाने का अकेला यह सड़क मार्ग है. सारंडा के मारंगपोंगा, दीकुपोंगा, उसरुईया, होलोंगऊली, बालीबा, कुमडीह, कुदलीबाद, कोलायबुरु सहित कई गांवों के ग्रामीण इसी मार्ग से सोनापी स्थित मतदान केंद्र वोट देने जाते हैं. सोनापी मतदान केंद्र से उक्त गांवों की दूरी 10 से 25 किलोमीटर तक है. ऐसे में बिना वाहन के बूथ तक जाना मुश्किल है.
पेड़ हटने के बाद ही पार हो पायेगी दो और चारपहिया वाहन
पूरे क्षेत्र में आज 13 मई को मतदान होना है. विभिन्न सुदूरवर्ती गांवों के मतदाताओं को बूथों तक ले जाकर मतदान कराने के लिए विभिन्न राजनीतिक दलों और प्रशासन द्वारा वाहन की व्यवस्था की जाती है. लेकिन जब तक रास्ते में गिरा पेड़ नहीं हटेगा, तब तक बाइक या चारपहिया वाहन से इस रास्ते को पार कर बूथ पर जाना मुश्किल है. नक्सलियों की इस हरकत से पुलिस-प्रशासन के साथ-साथ मतदाता व राजनीतिक दलों के लोग परेशान हैं.
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