Ranchi: राज्य के करीब तीन हजार बीआरपी-सीआरपी (प्रखंड साधन सेवी- संकुल साधन सेवी) 23 जून को काला बिल्ला लगाकर कार्य करेंगे. यह घोषणा बीआरपी- सीआरपी झारखंड प्रदेश संघ के द्वारा की गई है. संघ के अध्यक्ष पंकज शुक्ला ने कहां है बीआरपी-सीआरपी कर्मी आगामी एक जुलाई से राज्य में संचालित सभी तरह के वर्चुअल बैठक का बहिष्कार करेंगे. संघ के अध्यक्ष ने आगे कहा कि अप्रैल 2020 से बीआरपी-सीआरपी को अनुश्रवण भत्ता, यात्रा भत्ता पिछले वर्ष अक्टूबर से मासिक इंटरनेट रिचार्ज की राशि को राज्य परियोजना कार्यालय द्वारा जानबूझकर लंबित रखा गया है. जिससे सीआरपी- बीआरपी को आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इसे भी पढ़ें-वैक्सीनेशन">https://lagatar.in/bjp-mahila-morcha-launched-awareness-campaign-regarding-vaccination/93168/">वैक्सीनेशन
को लेकर भाजपा महिला मोर्चा ने चलाया जागरुकता अभियान बीआरपी सीआरपी को लगातार क्षेत्र भ्रमण, कार्यालय आना जाना एवं अधिकांश जिलों में कोविड-19 में ड्यूटी के दौरान अपनी जेब से राशि खर्च करनी पड़ रही है. बीआरपी सीआरपी महासंघ के द्वारा राज्य परियोजना निदेशक को भी पत्र प्रेषित कर इस संबंध में जानकारी दी गई है. बता दें कि राज्य के बीआरपी-सीआरपी कर्मी लंबे समय से सेवा शर्त एवं नियमावली को लेकर आंदोलन करते आये हैं. गत विधानसभा सत्र के दौरान इनके द्वारा विधानसभा का घेराव भी किया गया था. [wpse_comments_template]

BRP-CRP कर्मी 23 जून को काला बिल्ला लगाकर करेंगे काम
