Ranchi : विधानसभा में शराब का मामला गूंजा. भाजपा विधायक बिरंची नारायण ने सरकार से पूछा की शराब की बिक्री से 15 फरवरी 2022 तक 1607 करोड़ राजस्व मिले हैं, जबकि 2022 23 में 2500 करोड़ राजस्व का लक्ष्य था. जब सरकार राज्य में छत्तीसगढ़ मॉडल पर नई उत्पाद नीति ला रही थी, उस समय 8 बिंदुओं पर राजस्व परिषद ने आपत्ति जताई थी. वहीं नवंबर 2022 में राज्यपाल ने भी उत्पाद संशोधन बिल वापस कर दिया. सरकार बताए कि राज्य में हुए शराब घोटाले का किंगपिन कौन है.
सरकार की ओर से जवाब देते हुए मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने कहा की सारी आपत्तियों को दूर कर के उत्पाद नीति लायी गई है. शराब घोटाला तथ्यहीन बात है. वहीं सरयू राय ने कहा,मंत्री बताएं कि सरकार ने राजस्व लक्ष्य घटाकर 2000 करोड़ कर दिया है. इसपर मंत्री ने कहा कि लक्ष्य नहीं घटाया गया है. लक्ष्य पूरा करने के लिए कंपनी पर पेनाल्टी लगाई जायेगी.
विधायक भानु प्रताप शाही ने कहा कि विधानसभा की कमेटी बनाकर जांच करवा लिया जाए, दूध का दूध और पानी का पानी हो जायेगा कि घोटाला हुआ है या नहीं.
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